शिमला। राजधानी शिमला के जिन इलाकों में पीलिया का कहर बरपा था वहां अभी भी 1385 घरों की टंकियां साफ नहीं हो पाई है। इन टंकियों के पानी में वायरस अभी भी मौजूद है। अगर इनको साफ नहीं किया गया तो पीलिया का कहर फिर बरप सकता है।इन घरों का खुलासा नगर निगम की ओर से शहर के घरों की जांच में हुआ है।
एनआइवी पुणे से भयावह रिपाेर्ट आने के बाद निगम ने पिछले दो दिनों में शहर के 8346 घरों में जाकर टंकियों का साफ करने व पीलिए से बचने का आग्रह किया गया है।
निगम ने फैसला लिया है कि जो लोग अपने टैंक खुद साफ नहीं कर सकते वो निगम में पंजीकृत पलंबरों से 300 व पांच सौ रुपए में अपने टैंक साफ करवा सकते है। या है
राजधानी में मीडिया से रूबरू हुए नगर निगम के डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर ने कहा कि 14 फ़रवरी को बैठक कर 33 सदस्य टीम का गठन किया।इस टीम ने शिमला शहर के पीलिया प्रभावित क्षेत्र के घरों व 122 विभिन्न संस्थानों जिसमें स्कूल, कॉलेज, आई टी आई, नर्सिंग कालेज, आदि शामिल है का दौरा किया गया।पीलिया की रोकथाम के लिए 27145 टैंको की सफाई किया गया औ रइनकी क्लोरिनेशन की गयी।
पंवर ने कहा कि निगम भविष्य मे ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रहा है कि मालिकों को टैंको की सफाई का प्रमाण पत्र देना होगा अन्यथा उनके पानी के बिल को शामिल नही किया जाएगा।निगम ने अगले दस दिनों में पानी के टैंकों के चारों ओर कांटेंदार तारें लगाने का फैसला लिया है।
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