शिमला। उप चुनावों में चारों सीटें हारने के बाद जयराम सरकार खोई जमीन को दोाबरा हासिल करने की कोशिश में युवाओं के रोजगार से जुड़े मसलों को सुलझाने में तेजी लाने के कोशिश में आगे बढ़ती दिख रही है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज अधिकारियों के साथ ताबड़तोड बैठकें कर विभिन्न श्रेणियों जैसे जेओए, आईटी,जेबीटी,पीटीआई,एनटीटी आदि की भर्ती सम्बन्धी मुद्दों का समाधान करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। यह तमाम भर्तियां किसी ने किसी वजह से अदालतों में या कहीं और जगह लटकी हुई है। जयराम सरकार को भनक ही नहीं लगी कि मंहगाई के अलावा ये मसले उन्हें चुनावों में सताएंगे। लेकिन जब वह उपचुनावों में उतरे तो सरकार को जमीन हकीकम पता चली। मुख्यमंत्री ने इन पदों के अलावा करूणामूलक आधार पर होने वाली भर्तियों पर भी विशेष ध्यान देकर खाली पदों को भरने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल मृतक के परिजनों को लाभ होगा बल्कि जरूरतमंदों को रोजगार भी मिलेगा।
उप चुनावों में चारों सीटें हार जाने के बाद मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां राज्य सरकार के प्रशासनिक सचिवों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने रोजगार से जुड़े मसलों ही नहीं अन्य विकासात्मक परियोजनाओं को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि एनजीटी में विचाराधीन होने के कारण लंबित सभी विकास परियोजनाओं के कार्य में भी तेजी लाई जाए ताकि परियोजनाओं का कार्य शीघ्र आरम्भ किया जा सके। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से विभिन्न विभागों से संबंधित परियोजनाओं में देरी नहीं हो रही है क्योंकि लोगों को इन परियोजनाओं का लाभ समय पर नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इससे लागत भी बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में भी संकोच नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न विकास परियोजनाओं से सम्बंधित लक्ष्यों को प्राप्त करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नाबार्ड, पीएमजीएसवाई के सम्बंध में लोक निर्माण विभाग की परियोजनाओं का कार्य समयबद्ध पूर्ण किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय बनाने के लिए भी कहा ताकि परियोजनाओं की प्रगति में किसी प्रकार की बाधा न आए। उन्होंने अधिकारियों को राज्य में विभिन्न सड़कों का उचित रख-रखाव सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में किसी भी तरह की ढिलाई को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने प्रशासनिक सचिवों को सम्बन्धित विभागों के लम्बित मुद्दों की पहचान करने के भी निर्देश दिए ताकि इनका शीघ्र निवारण किया जा सके।
मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि प्रशासनिक सचिव राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन
(194)