शिमला। आजाद भारत पहले मतदाता सौ साल के श्याम सरन नेगी ने एक बार फिर अपना मत डाल कर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ताकत की तस्दीक की है। उनके जज्बे व लोकतंत्र में उनके भरोसे को सलाम करते हुए चुनाव आयोग ने उनके लिए लाल दलीचा बिछाया। ये पहली बार है कि देश के किसी मतदाता के लाल दलीचा बिछा हो। चुनाव आयोग ने उनके लिए खास इंतजाम किए थे। मतदान केंद्र पर पहुंचने पर जिला चुनाव अधिकारी व जिला उपायुक्त डाक्टर नरेश कुमार लटठ और उनकी पत्नी तृप्ता लटठ ने श्याम सरन नेगी की अगुवाई की। इस मौके पर उन्हें खास तौर किन्नौर की परंपरागत टोपी ‘तमका’ पहना गई । इसके अलावा शाल भी पहनाई गई। जिला उपायुक्त व उनकी पत्नी उन्हें मतदान केंद्र के भीतर ले गए।
जहां पर श्याम सरन नेगी ने अपने मतदान का इस्तेमाल किया।श्याम सरन नेगी ने 29वीं बार अपने मत का प्रयोग किया। श्याम सरन नेगी ने आजादी के बाद पहली बार 1951 में हुए आम चुनावों में पहली बार मतदान किया था। तब से लेकर अब तक वो लगातार मतदान करते रहे हैं। 2010 में देश के तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला चुनाव आयोग की हीरक जयंती पर खास तौर पर उनके घर कल्पा गए थे और उन्हें सम्मानित किया था।
जिला संपर्क अधिकारी ममता नेगी ने बताया कि सुबह 11 बजे के करीब चुनाव आयोग का विशेष वाहन कल्पा में उनके घर पहुंचा व जिला युवा खेल अधिकारी लाल सिंह नेगी उन्हें कल्पा के मतदान केंद्र 2 में ले गए। यहां पर उन्हें लाल दलीचा बिछाया गया और किन्नौरी टोपी व शाल पहना कर उन्हें सम्मानित किया गया।
मतदान के बाद उन्हें विशेष वाहन से घर छोड़ा गया।
(12)