शिमला। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीते दिनों के विवादित बयान पर कि ‘यह हेलीकाप्टर किसी की सहेलियों के लिए भी नहीं है’, सरकार व मुकेश अग्निहोत्री के बीच तनातनी बढ गई है। आज सरकार की ओर से वन मंत्री राकेश पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को चुनौती दे डाली है कि वह साबित करे कि सरकार के हेलीकाप्टर में सहेलियां उडती फिरती रही हैं। राजधानी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पठानिया ने कहा कि वह उन्हें खुली चुनौती देते है कि वह यह सब साबित करे अन्यथा सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे। उन्होंशने कहा ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने को लेकर विचार किया जाएगा। उन्हों ने नेता प्रतिपक्ष से अपने शब्द वापस लेने की मांग की।
पठानिया ने कहा कि अगर अपना घर शीशे का हो तो दूसरे के घर पर पत्थर मारना बंद करिए।। आज जिस तरीके से मुख्य मंत्री पर कटाक्ष किया जा रहा और जिस स्त र पर कटाक्ष किया जा रहा है हेलीकाप्टमर को लेकर , ओक ओवर को लेकर और सहेलियां को लेकर, आखिर नेता प्रतिपक्ष क्या बोलना चाहते है। उन्हें खुली चुनौती है । खुल कर बोलिए । बताइए, हम भी आपका खुल कर जवाब देना चाहते है। उन्होने कहा कि अगर नेता प्रतिपक्ष व्यक्तिगत स्तर पर स्तरहीन राजनीति करेंगे उन्हें हिमाचल की जनता माफ नहीं करेंगी। उन्होंने फिर कहा कि सहेलियों के लिए हेलीकाप्ट ।साबित करे अगर चुनाव लडना है तो ओपन चैलेंज है।वह अपने प्वाइंट को प्रूव करे। आवेश मे आकर तो कुछ भी बोला जा सकता है। पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष को नसीहत दी की वह अपनी भाषा पर नियंत्रण रखे। चूडी सरकार की ओर से किसी ने भी नहीं पहन रखी है।
याद रहे बीते दिनों नेता प्रतिपक्ष ने मंडी में एक जनसभा में विवादित ब्यान दिया था कि सरकार का हेलीकाप्टर किसी की सहेलियों का भी नहीं है। उन्होंने यहां मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया था। नेता प्रतिपक्ष की ओर से इस तरह के ब्यानबाजी करने पर आज मुख्यमत्री की ओर से वन मंत्री मैदान में कूदे व नेता प्रतिपक्ष पर कडे प्रहार करते हुए कहा कि वह निचले स्तर पर उतर आए है। देवभूमि में महिलाओ का सम्मान किया जाता है। इस तरह की बयानबाजी प्रदेश की महिलाओं का अपमान है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पठानिया ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री हताश हो चुके है। बीते दिनों उन्हीं के पार्टी के नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू उन्हीं के जिला ऊना में कह आए कि नारे लगाने के आधार पर टिकट नहीं मिलेंगे टिकट सर्वे के आधार पर मिलेंगे। इससे वह हताश हो गए है। सुक्खू उन्हे उन्हीं के जिला में सबक सिखा आए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कभी नेता प्रतिपक्ष की पत्नी व बेटी को लेकर कुछ नहीं कहा। उन्हों ने यह कहा था कि ओक ओवर किसी के टब्बर का नहीं है। यह भी तब कहा था जब नेता प्रतिपक्ष यह कहने लगे कि ओकओवर खाली करो। पठानिया ने पूछा कि क्यों खाली करो। मुख्यिमत्री का सरकारी आवास है। पांच साल मुख्यमंत्री रहेंगे व आगे भी भाजपा की सरकार बनेगी व वही मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्हों ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुख्यामंत्री बनने की चाहत लिए हुए है लेकिन सरकार बन नहीं रही है। 35 विधायक चाहिए। ऐसे में हताशा में सब कुछ हो रहा है।
उन्होंने कहा कि रिवाज बदल रहा। पूरे देश में बदल रहा है और दिसंबर में हिमाचल में बदल जाएगा। भाजपा के बाद भाजपा की सरकार आ रही है। देश कांग्रेस मुक्त भारत की ओर से बढ रहा है और यहां इनकी हताश बढ रही है।
पठानिया ने कहा कि हताशा का स्त र यहां तक आ गया है और दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान को बतलाना चाहते है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ मैं ही बोलता हूं। पार्टी में कोई और तो बोलता ही नहीं ताकि आलाकमान की नजर में वह आ जाए।
पठानियां ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष घटिया बयानबाजी से बाज आ जाए कोई गलमफहमी न पाले । वह बोले हमने भी चूडी नहीं पहन रखी है।
उन्होंने कहा कि देव भूमि में महिलाओं को बहुत इज्जत दी जाती हे। यहां की संस्कृति में महिलाओं का बहुत बडा स्थान है । नेता प्रतिपक्ष के मुंह से महिला के लिए सहेली शब्द निकले यह महिलाओं का अपमान है। यह उनके लिए गाली है, जो शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि महिलाएं इसका आने वाले चुनावों में जवाब देंगी।
(12)