शिमला।बस किरायों में बढ़ोतरी के खिलाफ चार अक्तूबर व आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों को लेकर वामपंथी मजदूर संगठन सीटू 6 अक्तूबर को पूरे प्रदेश में धरने प्रदर्शन करने का एलान किया हैं। सीटू जिला महासचिव विजेंद्र मेहरा ने कहा प्रदेश सरकार आउटसोर्स कर्मियों को नियमित करने के लिए नीति बनाने को लेकर झूठे भरोसे देती रही हैं लेकिन अभ्ााी तक कोई नीति नहीं बनाई हैं।
उन्होंने मांग की है कि आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित करने के लिए राज्य सरकार नीति बनाएं व आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स•ाी तरह के श्रम कानून अमल में लाये जाएं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसलें के मुताबिक आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर आउटसोर्स कर्मचारियों को न्याय न मिला तो आंदोलन तेज होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बस किरायों में बेतहाशा वृद्धि के कारण मजदूरों का गुजर बसर करना मुश्किल हो जाएगा। प्रदेश में मजदूरों को महंगाई •ात्ता नही मिलता और उनके वेतन को महंगाई सूचकांक के साथ नहीं जोड़ा गया है। मजदूरों को केवल 6750 रुपए वेतन दिया जा रहा है। बस किरायों में 25 प्रतिशत वृद्धि व न्यूनतम किराया को दोगुना करने से मजदूरों पर विपरीत असर पड़ेगा। इसलिए सीटू जिला कमेटी ने निर्णय लिया है कि 4 अक्तूबर को सीटू द्वारा बस किराया वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार पर मजदूर विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें चन्द पूंजीपतियों के लिए कार्य कर रही हैं व श्रम कानून में परिवर्तन कर व कई कानूनों को खत्म कर तथा मजदूर विरोधी नीतियां लागू करके मजदूरों पर हमले कर रही हैं।इस बावत सीटू की जिला इकाई ने यहां चितकारा पार्क में बैठक की और आगामी रणनीति बनाई।
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