शिमला। प्रियंका गांधी के छराबड़ा स्थित मकान की जानकारियां हासिल करने के लिए हिमाचल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके आरटीआई एक्टिविस्ट देवाशीष भट्टा्चार्य की एक अर्जी को आज प्रदेश हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है।प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा कि जिन दस्तावेजों को भटटाचार्य ने मांगा है वो इस केस से नहीं जुड़े हैं।इसलिए इस अर्जी को खारिज कर दिया जाता है।
भटटाचार्य ने इस अर्जी में कहा था कि सरकार ने धारा 118 के तहत बाहरी लोगों को मकान बनाने के लिए दी गई मंजूरियों की जांच कराने के लिए एसआईटी का गठन किया था। इस एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी जिसे भटटाचार्य ने रिकार्ड पर लाया था।हाईकोर्ट ने कहा कि वो 118 के उल्लंंघन का मामले को नहीं सुनेंगे।जस्टिस त्रिलोक सिंह चौहान ने अपने आदेश में कहा कि ये रिपोर्ट प्रियंका गांधी के मामले से किसी भी तरह जुड़ी हुई नहीं है,इसलिए इस अर्जी को खारिज किया जाता है। भटटाचार्य ये साबित करना चाहते थे कि छराबड़ा में बन रहे बंगले में प्रियंका गांधी ने हिमाचल रेवन्यू एक्ट की धारा 118 का उल्ल्ंघन किया हैं।
भटटाचार्य ने प्रियंका गांधी के दिल्ली स्थित मकान को लेकर भी एक अर्जी अदालत में दायर कर रखी है। इस अर्जी में भटटाचार्य ने यह कहा था कि आरटीआई के तहत जब ये मांगा गया कि प्रियंका गांधी दिल्ली में किस बंगले में रहती हैं तो ये जानकारी दे दी गई। इसी तरह छराबड़ा में बन रहे बंगले को लेकर मांगी गई जानकारी व नोटिग्ंस भी याचिकाकर्ता को देे दी जानी चाहिए।।इस अर्जी को अदालत ने 9 सितंबर को सुनवाई के लिए रखा है।
हिमाचल सूचना आयोग ने देवाशीष भटटाचार्य की अर्जी पर आदेश दिया था कि छराबड़ा में बन रहे प्रियंका गांधी के बंंगले को लेकर सारी जानकारियां व नोटिंग्स भटटाचार्य को दे दी जाए। इस पर प्रियंका गांधी ने प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी कि सुरक्षा के लिहाज से ये जानकारी नहीं दी जानी चाहिए।प्रदेश हाईकोर्ट ने इस पर प्रदेश सूचना आयोग के आदेश को स्टे कर दिया। ऐसे में भटटाचार्य को इस बंगले को लेकर मांगी गई सूचनाएं नहीं मिली।इसलिए उनकी ओर से अलग अलग अजर्यिां डाली जा रही हैं।
आटीआई एक्टिविस्ट देवाषीश भटटाचार्य एक अरसे से हिमाचल की राजधानी से कुछ दूरी पर छराबड़ा में प्रियंका गांधी के बन रहे बंगले को लेकर जानकारियां मांग रहे हैं। इसीी मामले को लेकर भाजपा के शिमला से विधायक सुरेश भारद्वाज ने भी गृह मंत्री राजनाथ सिंह को एक चिटठी लिखी है जिसमें उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी का ये मकान राष्ट्रपति के छुटिटयोंं के दौरान ठहरने के लिए बने रिट्रिट के बिलकुल समीप है। ऐसे में राष्ट्रपति की सुरक्षा को इससे खतरा हो सकता है।भारद्वाज ने इस मकान को दी गई सभी मंजूरियां रदद करने की मांग की थी।लेकिन दिलचस्प ये है कि इनमें से बहुत सी मंजूरियां पूर्व की भाजपा की धूमल सरकार ने दी थी।
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