नई दिल्ली, 25 जनवरी: न्यायालय से हरी झंडी मिलने के बावजूद फिल्म पद्मावत व्यापक विरोध के बीच देश भर में रिलीज हो गई। करणी सेना और अन्य हिन्दूवादी संगठनों के विरोध के चलते दिल्ली समेत अन्य राज्यों में सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त किए हैं। सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा घेरे और बैरिकेडिंग्स लगाए गए हैं। साथ ही पुलिस के जवान असमाजिक तत्वों पर भी नजर रखे हुए हैं और संदेह की स्थिति में तलाशी भी ली जा रही है।
वहीं देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में भी पुलिस ने सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि शहर पुलिस ने कल करणी सेना के 100 से अधिक समर्थकों को एहतियातन हिरासत में लिया है।
उन्होंने बताया कि सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के अलावा जरूरत पड़ने पर अंदर भी कुछ पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अनेक स्थानों से लोगों को हिरासत में लिया गया हैं।
दूसरी तरफ गोवा में भी इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है।
गोवा के पुलिस महानिदेशक मुक्तेश चंदर ने आज कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए थियेटर के बाहर सुरक्षा कडी की गई है।
राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहले ही कहा था कि अगर इसे सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल जाती है तो इसे राज्य में प्रतिबंधित नहीं किया जाएगा।
करणी सेना और अन्य संगठन फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ के आरोपों में फिल्म का विरोध कर रहे हैं।
इस फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म 13 वीं शताब्दी में मेवाड़ के महाराजा रतन सिंह और दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के बीच हुये संघर्ष पर आधारित है।
उच्चतम न्यायालय ने गुजरात और राजस्थान में इसके प्रदर्शन पर लगे प्रतिबंध पर रोक लगाते हुये पिछले सप्ताह देश भर में पद्मावत के रिलीज का मार्ग प्रशस्त कर दिया था।
राजेश शर्मा और इनपुट भाषा
फोटो राजेश शर्मा
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