शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज सोलन जिला में कण्डाघाट के नजदीक चायल रोड़ पर बने दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के उद्घाटन के मौके पर कहा कि समझौता ज्ञापन हत्ताक्षरित करने के एक साल के भीतर ही 250 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, कण्डाघाट अस्तित्व में आ जाना प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे दृढ़ प्रयासों की सफलता का प्रमाण है।
याद रहे धूमल सरकार ने जिला शिमला व सोलन में बीस किलोमीटर के दायरे में दर्जन के करीब निजी विवि खोले थे। इन विवि ने भारी फीसें लेकर जमकर लूट मचाई है। इन संस्थानों को खोलने के लिए धूमल सरकार के दौरान किस किस की जेबे गर्म हुई थी ,इसका कभी पर्दाफाश ही नहीं हुआ है। लेकिन कहा जाता है कि लेन देन जमकर हुआ था। तभी तो कुछ किलोमीटर के दायरे में निजी क्षेत्र में इतने संस्थान खुल गए थे। इसे लेकर ही कैग ने सवाल उठाए थे कि इन संस्थानों को खोलने से पहले कोई सर्वे नहीं किया गया था।
अब दो साल पहले सता में आई जयराम सरकार भी निजी क्षेत्र में महंगे स्कूल खोलने का लोभ नहीं रोक पाई और निजी हाथों के लिए कारोबार का जरिया दे दिया। दिल्ली जैसे आधे राज्यों में जहां मुफत शिक्षा देने के रास्ते अख्तियार किए जा रहे वहीं मुख्यमंत्री जयराम प्रदेश के अभिभावकों को शिक्षा के कोराबारियों के हाथों लुटने की पूरी छूट दे रहे है।
उन्होंने आज इस स्कूल के खुलने के मौके पर प्रशंसा के पुल बांध दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक साल पहले स्कूल प्रबन्धन के साथ इस शिक्षण संस्थान को खोलने के लिए 250 करोड़ रुपये का समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया था और एक साल की अल्पावधि में ही यह संस्थान बन कर तैयार हो गया है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान आने वाले समय में न केवल 6 हजार विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा सुविधाएं प्रदान करेगा बल्कि क्षेत्र के 800 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध भी करवाएगा। क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तापूर्ण व विश्व स्तरीय शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने के अलावा यह संस्थान क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ करेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि स्कूलों का मुख्य कार्य नई पीढ़ी में सांस्कृतिक मानक व मूल्यों का हस्तांतरण करना है क्योंकि स्कूल हमारी विविध जनसंख्या को एकल राष्ट्रीय पहचान वाले समाज में बदलते हैं और आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल ज्ञान, सीखने और पढ़ने के शैक्षणिक कौशल के संचार के साधन हैं। उन्होंने कहा कि यह स्कूल राज्य के विद्यार्थियों के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान करके उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए तैयार करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल प्रबन्धन ने प्रदेश से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों के लिए 60 फीसद सीटें आरक्षित करने के अलावा कण्डाघाट तहसील से सम्बन्ध रखने वाले विद्यार्थियों के लिए शुल्क में 15 फीसद छूट देने का फैसला लिया है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्धाज ने कहा कि एक समय में भारत को विश्व गुरू का दर्जा हासिल था और अब समय आ गया है कि इस पुरानी प्रतिष्ठा को पुनः प्राप्त करने के लिए हम सामुहिक रूप से कार्य करें।
इससे पूर्व दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष बलवान शौकीन ने कहा कि इस स्कूल का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के विद्यार्थियों को उनके घरद्धार पर विश्व स्तरीय शिक्षण सुविधाएं प्रदान कर उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाना है। उन्होंने कहा कि स्कूल कण्डाघाट तहसील के विद्यार्थियों को फीस में 15 फीसद छूट देगा।
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