शिमला। भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने बीती रात को विधायक दल की बैठक में वरिष्ठ विधायकों राजीव बिंदल, नरेंद्र बरागटा, रमेश ध्वाला के नदारद रहने पर सरकार व संगठन का बचाव करते हुए कहा कि वह निजी कारणों से बैठक में नहीं आ पाए थे।
राजधानी में आयोजित अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में सुरेश कश्यप ने दावा किया कि पार्टी में सब कुछ ठीक चल रहा है और कोई नाराज नहीं है। याद रहे बीती रात को भाजपा विधायक दल की हुई बैठक में वरिष्ठ विधायक शामिल नहीं हुए थे।
ये पूछे जाने पर कि पार्टी के संगठन मंत्री पवन राणा व भाजपा के वरिष्ठ विधायक रमेश ध्वाला रोजाना आपस में भिडे़ होते है। ध्वाला तो सार्वजनिक तौर पर मोर्चा खोल चुके है। कश्यप ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उददेश्य आगे होने वाले पंचायत व निगम चुनावों में भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराना है व उसके बाद 2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को दोबारा सता में लाना है। उन्होनंे कहा कि वह वरिष्ठ नेताओं को साथ लेकर पार्टी को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
ये पूछे जाने पर कि उप चुनावों में भाजपा से बागी होकर कई नेता पार्टी से बाहर चले गए थे। पच्छाद से ही उनकी राजनीतिक तौर पर दुश्मन दयाल प्यारी भी पार्टी से बाहर चली गई थी ,क्या ऐसे नेताओं को पार्टी में वापस लिया जाएगा। कश्यप ने कहा कि ऐसी संभावनाएं तो बनी ही रहती है।
कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए कश्यप ने कहा कि कोरोना के दौर में कांग्रेस पाटभर्् के नेता वेबजह की बयान बाजी कर रहे है उन्हें सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए।कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से टुकड़ों में बिखरी पड़ी है।वह फौजी रहे हैं और दुश्मनों को जवाब देना जानते है। ये पूछे जाने पर कि पार्टी में जो उनके दुश्मन उभर रहें उन्हें किस तरह जवाब देंगे। वह इसका जवाब टाल गए।
ये पूछे जाने पर कि क्या वह संगठन में बदलाव करेंगे कश्यप ने कहा कि पहले से कार्यकारिणी बन चुकी है । ऐसे में बदलाव की जरूरत नहीं है। जरूरत के हसिाब से नए लोगों की नियुक्तियां की जा सकती है।
हमीरपुर जिला से किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल न करने पर उन्होंने कहा कि वहां से अनुराग ठाकुर केंद्रीय मं़त्री है। इसके अलावा इस जिला से निगमों व बोर्डों के चार -चार उपाध्यक्ष भी बनाए गए हैं। ऐसे में हमीरपुर को पीछे नहीं रखा गया है।
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