शिमला। बीते दिनों लाहुल स्पिति में जगह -जगह अचानक आई बाढ़ की वजह से सड़कों व पुलों के तबाह होने से जिला के कई इलाकों में दो सौ से ज्यादा सैलानी फंस गए है। इन सैलानियों को निकालने के लिए लाहुल स्स्पिति प्रशासन ने सरकार से हैलीकाप्टर की मांग की है व आज अगर मौसम ठीक रहा तो उड़ाने भरी जा सकती है।
बीते रोज शांशा और जौंडा के बीच 35 सैलानी और 25 स्थानीय लोग व मजदूर शांशा नाले में फंस गए थे ।उन्हें शांशा नाला पुलिस व दमकल विभाग के कर्मचारियों की मदद से सीढ़ी पुल के जरिए पार कराया गयाा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
थिरोट में 51 लोग फंसे हुए है उन्हें लोक निर्माण विभाग और बिजली बोर्ड के विश्राम गृह में ठहराया गया है। उदयपुर में 21 सैलानी फंसे हुए थे उन्हें अस्थाई तौर पर निजी होटलों और लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृहों में पनाह दी गई है। त्रिलोकीनाथ में फंसे 72 सैलानियों को त्रिलोकी नाथ मंदिर की सराय और निजी होटलों में ठहराया गया है।
लाहुल स्पिति के पाटन में ही 175 सैलानी फंसे है व इनमें से 60 महिलाएं व 16 बच्च्चे शामिल है। जिला प्रशासन के मुताबिक चूंकि इस सप्ताहंत तक ही सड़क मार्ग के बहाल होने की संभावना है ऐसे में जिला उपायुक्त नीरज कुमार ने सरकार से इन्हें निकालने के हैलीकाप्टर देने की मांग की है। बीती शाम को सामान्य प्रशासन विभाग ने आज के लिए उड़ाने भरने का फैसला भी ले लिया है और अगर मौसम साफ रहा तो उड़ाने भरी जाएगी।
हालांकि मौसम विभाग ने आज के लिए भी नारंगी चेतवानी जारी की है। विशेष सचिव आपदा प्रबंधन सुदेश कुमार मोक्टा ने कहा कि आज के लिए उड़ाने का कार्यक्रम बनाया गया है। अगर मौसम ठीक रहा तो आज इन सैलानियों को यहां से निकाल दिया जाएगा।फिलहाल ये सभी सुरक्षित स्थानों पर है।
सवा दो सौ के कररीब फंसे इन सैलानियों में सबसे ज्यादा 191 सैलाी हरियाणा के है। इसके अलावा झारखंड,कर्नाटक, लददाख, दिल्ली उड़ीसा के सैलानी व मजदूर भी है। पंजाब के 13 सैलानी फंसे हुए है।
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