शिमला। बीते रोज राज्य के विभिन्न भागों में भारी वर्षा के कारण 25लोग लोग अपनी जान गवा बैंठें है। राजधानी के आरटीओ में मकान पर ल्हासा गिरने से एक ही परिवार की दो बेटियां व एक महिला की मौत हो गई जबकि एक पुरूष बहुत बुरी तरह से घायल हुआ है। बेटियों के नाम विशाखा व दिव्या है। इसके अलावा संजौली में टेक चंद के मकान के आग का डंगा गिरा व नीचे के मकान में पत्थर घुस कर अंदर कमरे में जा पहुंचे । यहां पर किसी के मकान में पेंट करने आए बिहार के किशनगंज व बंगाल के सात मजदूरों को चोटें आई। इनमें से शाह आलम नामक एक मजदूर की इंदिरा गांधी मेडिकल अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में मौत हो गई।
इसके अलावा नारकंडा में मकान पर पेड़ गिरने से दो लोगों की मौत होई जबकि ठियोग में नाला पार करते दो महिलाए बह गई । इनमे ंसे एक की लाश मिली गई है जबकि दूसरी लापता है। जुब्बड़हटटी में गऊशाला में पशुओं को चारा देने आई महिला पर ल्हासा गिर गया व उसकी मौत होगई।
इसके अलावा बददी में भी दो लोगोे की मौत की खबर है। चम्बा, कुल्लू, सिरमौर और सोलन जिले में दो-दो व्यक्तियों ने अपनी जान गवाई है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर तथा लाहौल-स्पीति जिले में पिछले 24 घण्टों से हो रही भारी वर्षा के कारण एक-एक व्यक्ति ने अपनी जान गवाई है।
जय राम ठाकुर ने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने तथा स्थानीय व पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटकों से नदियों से दूर रहने का आग्रह किया क्योंकि फ्लैश फ्लड और भारी वर्षा के कारण पानी का स्तर बढ़ने की आशंका रहती है। उन्होंने कहा कि इस वर्षा ऋतु के दौरान राज्य को लगभग 490 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दिवस और आज सुबह बर्फबारी के कारण जिला लाहौल-स्पीति में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सभी महत्वपूर्ण सड़कों को समयबद्ध तरीके से मुरम्मत करवाना सुनिश्चित करेगी ताकि प्रदेश के लोगों विशेषकर बागवानों को उनकी फसलों को बाजार तक पहुंचाने में असुविधा न हो।
जय राम ठाकुर ने सभी उपायुक्तों को उनके जिलों के सभी शैक्षणिक संस्थानों को स्थिति के अनुसार समय पर बंद करवाने के निर्देश दिए, जिससे विद्यार्थियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
बीती रात को प्रदेश में मूसलाधार बारिश हुई है और कई सालों के रिकार्ड तोड़ दिए है व कई जगह बारिश के रिकार्ड बन गए है। यही नहीं केलांग समेत प्रदेश के कई भागों में बर्फबारी तक हुई है। बिलासपुर, शिमलाऔर सिरमौर में कई जगहों पर अंत्यंत भारी बारिश हुई है। जबकि बाकी जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई है।
विभाग के मुताबिक नैनादेवी में रिकार्ड 360 मिलीमीटर बारिश हुई है। इतनी तबाही बारिश 12 घंटों के भीतर यहां कभी नहीं हुई है। झंडुता में 268,बरठीं में 240,रोहड़ू में 230, नाहन में 225, काहू में 181,ऊना में 179,शिमला 153,पांवटा में 147,गोहर में 145,सुजानपुर टीहरा और पच्छाद में 143,सुंदरनगर में 141,कसौली मं 133,भोरंज में 132,हमीरपुर में 130,संगड़ाह में 120,सरकाघाट में 118,धर्मपुर व नादौन में 115,भराड़ी में 110, मंडी में 109,भुंतर में 104,अंब में 101, कुफरी व सोलन में 94,जुब्ब्ड़हटटी में 92,कुमारसेन व सियोबाग में 91,चंबा में 89,पालमपुर में 86,पंडोह व जोंगेद्र नगर में 80,धर्मशाला में 76,भरमौर में 75 जबकि रामपुर में 67 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।
इतनी भारी बारिश ने प्रदेश में तबाही मचाई है। प्रदेश के अधिकांश बिजली परियोजनाओं में गाद का स्तर अत्यधिक बढ़ जाने से बिजली का उत्पादन रोकना पड़ा है। दर्जनों पुल तबाह हो गए है। सैकड़ों पेड़ गिरे है और सैकड़ों सड़कें बंद हो गई है। दर्जनों वाहन ल्हासों के नीचे दब गई है। आज आसमान में बाल तो छाए हुए हैं लेकिन बारिश से राहत मिली हुई है।
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