शिमला। रोहड़ू के नजदीक एक सरकारी स्कूल की आठ छात्राओं की ओर से स्कूल के भूगोल के जिस प्रवक्ता के खिलाफ यौन उत्पीड़न के इल्जाम लगाए गए है उसकी तलाश में पुलिस ने उसके रोहड़ू और शिमला स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है जबकि शिक्षा विभाग ने उसे तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्रवक्ता को प्रभावशाली बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसी वजह से वह गिरफत में नहीं आ रहा है।
हैरानी की बात है कि छापेमारी में पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। पुलिस को उसकी गाड़ी भी नहीं मिल रही है व उसका व उसकी पत्नी का मोबाइल भी बंद चल रहा है। पुलिस के मुताबिक वह फरार हो गया है। ऐसे मेें जयराम की पुलिस उसे गिरफतार नहीं कर पा रही है।
पुलिस ने दावा किया है कि उनकी टीम ने उसके परिवार के बाकी सदस्यों के घरों पर भी छापेमारी की है। संजौली में उसके रिश्तेदार के घर पर भी दबिश दी गई इसके अलावा पुलिस आइजीएमसी भी गई। लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला है।
यही नहीं जिन छात्राओं ने इस प्रवक्ता पर यौन शौषण के आरोप लगाए गए है उनके मजिस्ट्रेट के सामने आज भी बयान नहीं हो पाए। जांच अधिकारी जसवंत सिंह ने कहा कि इन लड़कियों में से एक लड़की आज बीमार हो गई। उसकी मां जांच मे शामिल होने आई थी। ऐसे में आज मजिस्ट्रेट के सामने बयान नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट के सामने कल बयान कराए जाएंगे।
डीएसपी रोहड़ू सुनील नेगी ने कहा कि उसे अभी तक पकड़ा नहीं गया है। पुलिस ने उसके गांव व शिमला के ठिकानों में छापेमारी की है। मामले की जांच चल रही है। पुलिस ने कहा कि दीपावली की छुटिटयों की वजह से तमाम लोग घर चले गए थे। अब उन्हें जांच में शामिल किया जा रहा है। पुलिस ने आज स्कूल की यौन उत्पीड़न समिति के सदस्यों के बयान दर्ज किए । समिति में आठ सदस्य थे।
एसपी शिमला ओमापति जम्वाल से ये पूछे जाने पर कि 25 अक्तूबर से लेकर अब तक इसे क्यों नहीं पकड़ा गया है? उन्होंने कहा कि पुलिस छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावशाली होने का कोई मतलब नहीं है, कानून सबके लिए बराबर है। अगर गलत किया है तो कानून अपना काम करेगा। छात्राओं का मामला है।
शिक्षा विभाग ने किया निलंबित
छात्राओं के यौन शौषण के इल्जाम में फंसे राष्टÑीय पुरस्कार से सम्मानित प्रवक्ता संजय देष्टा को निदेशक उच्च शिक्षा ने तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा विभागीय जांच के लिए उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है और जांच अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए है। निदेशक उच्चतर शिक्ष अमरजीत शर्मा ने कहा कि विभाग के पास स्कूल की यौन उत्पीड़न समिति की रिपोर्ट पहुंच गई है। इसके अलावा बाकी दस्तावेज भी आ गए है। एफआइआर की रिपोर्ट मांगी गई थी वह भी मिल गई है।
दस्तावेजों का अवलोकन करने के बाद देष्टा को निलंबित कर दिया है और सरकार को इससे अवगत करा दिया है। आगामी कार्यवाही जांच अधिकारी की रिपोर्ट आने के बाद अमल में लाई जाएगी। बेहतर अध्यापक के लिए मिले राष्टÑीय पुरस्कार को लेकर पूछे सवाल के जवाब में निदेशक ने कहा कि जांच रिपोर्ट के बाद ही इस बावत फैसला लिया जाएगा।
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