शिमला।टांडा अस्पताल में जिन दो लोगों की रिपोर्ट कोरोना विषाणु को लेकर पाजिटिव आई थी उनमें से एक रिपोर्ट अब नेगेटिव हो चुकी है। इस 32 साल के युवक को अभी कुछ और दिनों तक अस्पताल में निगरानी में रख्ाा जाएगा।इन दोनों का टांडा मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा था। दूसरा पाजिटिव मामला 69 साल की महिला का थाजो सिंगापुर से लौटी थी। यह युवक आबूधाबी से लौटा था।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि अब तक प्रदेश में कुल 2409 लोग दूसरे देशों से आए हैं जिनमें से 688 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर दिया है जबकि 1476 लोग अभी भी निगरानी में हैं। इनमें 179 लोग प्रदेश छोड़ की भी जा चुके है। आज प्रदेश में 17 लोगों के जांच के नमूने लिए गए थे व सभी की जांच की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है ।उनहोंने कहा कि अब तक कुल 150 लोगों की जांच की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि आइटी विभाग स्वास्थ्य विभाग के लिए एक नई वेब एप्लीकेशन बना रहा है, जिसमें सभी गृह निगरानी में रखे गए लोगों की जानकारी उपलब्ध होगी।
जयराम ने पलटे फैसले,ठेके बंद
उधर,प्रदेश की जयराम सरकार कफर्यू में छह घंटे रोजाना ढील देने और कफर्यू के दौरान शराब के ठेके खुले रखने के फैसले से 12 घंटें से पहले ही पलट गई। अब जयराम सरकार ने रोजाना कफर्यू में तीन घंटें तक की ढील देने का फैसला किया है और शराब के ठेकों को बंद ही रखने की हिदायतें जारी की है। कफर्यूके समय को लेकर भी फैसला लेनेका अधिकार जिला उपायुक्तों को दे दिया है। बीते रोज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एलान किया था कि कफर्यू में छह घंटों की ढील रहेगी व इस दौरान शराब के ठेके भी खुले रहेंगे।
शराब के ठेके खुले रखने के फैसले पर आनलाइन व सोशल मीडिया पर जयराम सरकार की जमकर फजीहत हुई । इस बीच किसी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस दिशा निर्देश को कि शराब का सेवन कोरोना विषाणु के संक्रमण के दौरान घातक है,को मुख्यमंत्री व चुनिंदा नौकरशाहों के नोटिस में ला दिया। हर ओर से घिरे व बढ़ती फजीहत को देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को रात के 11 बजे टविटर पर उतरना पड़ा व एलान करना पड़ा कि प्रदेश में शराब के ठेके बंद रहेंगे।
बीते रोज रोजाना कफर्यू में छह घंटों की ढील देने और इस दौरान शराब के ठेकों के खुले रहने रखने को लेकर सभी जिला उपायुक्तों अधिसूचना भी जारी कर दी थी। लेकिन आधी रात को इन तमाम अधिसूचनाओं को वापस लेना पड़ा। हालांकि आज समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को जारी विज्ञप्ति में शराब के ठेकों को लेकर कोई जिक्र नहीं है। मुख्यमंत्री के प्रेस सचिव ने कहा कि ठेकों को बंद रखने का फैसला मुख्यमंत्री ने रात को ही टिवटर पर ही सार्वजनिक कर दिया था।
आज समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बीते दिन कफ्र्यू में छह घंटे की ढील देने का फैसला किया था। लेकिन यह महसूस किया गया है कि लोग इस ढील का दुरुपयोग कर रहे हैं और अनावश्यक रूप से बाहर आ रहे हैं जिसके कारण कफर्यू का उद्देश्य सफल नहीं हुआ है।। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने अब कफर्यू में रोजाना तीन घंटे की ढील देने का फैसला किया है ताकि लोग अपने घरों के पास आवश्यक वस्तुओं की खरीद कर सकें।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां राज्य के सभी उपायुक्तों के साथ एक वीडियो कान्फ्रेंसिंग भी की ।
जय राम ठाकुर ने कहा कि उपायुक्तों को अपने जिले की उपयुक्तता और आवश्यकताओं के अनुसार ढील समय तय करने के लिए अधिकृत किया जाएगा। उन्होंने उपायुक्तों से कहा कि आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी पर प्रयास किया जाए ताकि लोग अपने घर से दैनिक जरूरतों की वस्तुओं को प्राप्त करने के लिए बाहर न निकलें। उन्हानें कहा कि व्यक्ति से व्यक्ति के बीच उचित दूरी सुनिश्चित की जाए। उपायुक्तों को विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में मेगा मार्ट, बिग बाजार और अन्य विक्रेताओं की बड़ी चेन के माध्यम से होम डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए तंत्र विकसित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने स्वयंसेवकों से लोगों को आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी प्रदान करने के लिए आगे आने का भी आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति बिना भोजन के न रहे और शहरी क्षेत्रों में मजदूरों को आश्रय प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में फंसे औद्योगिक श्रमिकों और विभिन्न परियोजना स्थलों में निर्माण श्रमिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेब और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों की सूची तैयार की जानी चाहिए ताकि उन्हें भोजन और आश्रय प्रदान किया जा सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि दवा की दुकानें खुली रहें और दूध और सब्जियों की आपूर्ति पर्याप्त हो ताकि लोगों को कफ्र्यू में ढील की अवधि के दौरान इन वस्तुओं को प्राप्त करने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने दुग्ध संघ और कामधेनु को शहरी क्षेत्रों में लोगों की सुविधा के लिए दूध और इसकी वस्तुओं की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा।
उन्होंने उपायुक्तों को ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश दिया जहां लोगों को बिना किसी असुविधा के सब्जियां और दूध उपलब्ध कराया जा सके और उचित सामाजिक दूरी भी बनी रहे। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स के लिए भी स्थानों की पहचान करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि वे अपने इलाके से कफर्यू में ढील के दौरान आवश्यक वस्तुओं की खरीद करें और वाहन का उपयोग न करें।
जय राम ठाकुर ने उपायुक्तों से कहा कि वे ऐसी व्यवस्था करें कि कफ्र्यू में ढील के दौरान किसानों और बागवानों को अपनी फसलों के लिए उर्वरक, कीटनाशक, कीटनाशक और स्प्रे ऑयल मिलने में कोई परेशानी न हो।
मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिया कि लोगों को उनके घरों पर आवश्यक वस्तुओं को उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा।
तीस अप्रैल तक बढ़ी फीस की तिथि
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी निजी विद्यालय 30 अप्रैलआगामी आदेशों तक फीस नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी आइसीएसई, सीबीएसइ और हिमाचल शिक्षा बोर्ड से सम्बद्ध सभी निजी स्कूल इन आदेशों की अनुपालना करें।उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश में कफर्यू लागू होने और देश में घोषित लॉकडाउन के तहत छात्रों व अभिभावकों की सुविधा के लिए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने आगाह किया कि अनियमितता पाए जाने वाले स्कूलों के प्रति कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
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