शिमला। भाजपाइयों की ओर से सोशल मीडिया पर राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी को भाजपा प्रदेशध्यक्ष बनाकर उन्हें बधाइयां देने के कारनामे के बाद असल में उनकी आज देर शाम तक भी नहीं हो पाई है। भाजपाइयों के एक खेमे का दावा है कि अब संभवत: उनकी ताजपोशी टल गई है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल खेमा अभी भी उनकी ताजपोशी की आस लगाए हुए है।
उधर, इंदु गोस्वामी फोन उठा ही नहीं रही है। इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक पर मिली बधाइयों को लेकर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। न बधाइयां स्वीकार की है और न ही नकारी है। हालांकि राजनीतिक परिपक्कवता की मांग है कि वह अपना पक्ष रखती। लेकिन वह खामौश बनी हुई है। संभवत: वह रणनीति के तहत ये सब कर रही हो। पार्टी सूत्रों के मुताबिक वह अपने करीबियों को लगातार भरोसा दिला रही है कि प्रदेशभजपा की अध्यक्ष तो वह ही बनेगी।
आज शाम तक उम्मीद थी कि उनकी ताजपोशी हो जाएगी। लेकिन आलाकमान की ओर से कोई फैसला नहीं आया है। चूंकि इंदु गोस्वामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है ऐसे में समझा जा रहा है कि उनके बारे में जो भी कोई फैसला होना है वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के स्तर पर ही होगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा को तो तब भी नहीं पूछा गया था जब उन्हें राज्यसभा का टिकट दिया गया था।उन्हें फैसला सुना दिया गया था। यह दीगर है कि हिमाचल प्रदेश जगत प्रकाश नडडा का गृह जिला है और यहीं पार्टी में घमासान मचा हुआ है।हालांकि मोदी भी दावा करते है कि हिमाचल उनका दूसरा घर है।ऐसे में इन दोनों के अपने ही घर में घमासान मचा हुआ है।
उधर, इंदु गोस्स्वामी के खिलाफ लाबिंग में जुटे भाजपाइयों के चेहरे आज कुछ खिले हुए थे। उनका दावा है कि अब कुछ होने वाला नहीं है।मामला टल गया है।
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष का पद 27 मई से खाली चल रहा है।इतने लंबे समय तक भाजपा अध्यक्ष का पहली बार खाली रहा है और आलाकमान अभी भी कोई फैसला नहीं ले पा रहा है। आलाकमान की अथारिटी को लेकर अब भाजपाइ ही सवाल उठालने लगे है। पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि न तो मंत्रिमंडल विस्तार हो पा रहा है और न ही प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त हो पा रहा है। ऐसे में प्रदेश भाजपा ही नहीं आलाकमान में मोदी-शाह व नडडा का भी मजाक बन रहा है।मुख्यमंत्री जयराम हर बार कहते है कि जल्द होने वाला है। लेकिन हो कुछ नहीं रहा है। पार्टी नेता अब ये कहने लग पडे है कि ये जयराम का भी मजाक उड़ाने जैसा है।भाजपा में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।
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