शिमला। भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा,मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल जैसे दिग्गजों की सिफारिशों का सहारा लिए बगैर प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष इंदु बाला गोस्वामी राज्यसभा का टिकट पाने में कामयाब रही है। वह कल सुबह 11 बजे प्रदेश विधानसभा में अपना नामांकन भरेगी। कल नामाकंन भरने की आखिरी तारीख है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेहद करीबी इंदु गोस्वामी को प्रदेश भाजपा नेताओं की ओर से पिछल्ले एक अरसे से लगातार सताया जा रहा था। उन्होंने इस बावत एक चिटठी भी लिखी थी। आखिर में तंग आकर उन्होंने प्रदेश महिला मोर्चा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इस बावत उन्होंने कहा कि राजनीति में ऐसा चलता रहता है।
यही नहीं भाजपा ने उन्हें 2017 के विधानसभा चुनावों में पालमपुर से टिकट भी दिया था। लेकिन इससे भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार असहज हो गए और उनके खिलाफ बागी खड़ा कर हरा दिया गया। इस तरह उन्हें विधानसभा नहीं पहुंचने दिया।
उसके बाद से लेकर अब तक उन्हें सरकार व संगठन के स्तर पर लगातार सताया जाता रहा। उनके विधानसभा हलके पालमपुर में उनके बताए अधिकांश काम नहीं होते थे। इससे वह आहत थी।
लेकिन अब उन्होंने सीधे दिल्ली की छल्लांग लगाई है। जिससे भाजपा के तमाम बड़े नेताओं व राज्यसभा जाने के लिए लाबिंग में जुटे भाजपाइयों की हसरतें धरी की धरी रह गई है।
राज्यसभा सीट के लिए पिछल्ले दिनों भाजपा चुनाव समिति की हुई बैठक से पहले वह दिल्ली गई थी।समझा जा रहा है कि वहीं पर वह अपने लिए राज्यसभा की सीट का इंतजाम करके आई थी। उन्होंने अपने करीबियों को कहा भी था वह आने वाले दिनों में कुछ बड़ा धमाका करेंगी।
बीते रोज भाजपा आलाकमान की ओर से राज्यसभा प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी की गई थी, उनमें इंदु गोस्वामी का नाम नहीं था। तब लगा था उनका नाम नहीं है। लेकिन आज सुबह भाजपा की ओर से जारी सूची में उनका नाम शुमार है। हालांकि प्रदेश भाजपा व प्रदेश सरकार को बीती शाम को ही इस बावत बताकर तमाम निर्देश दे दिए थे।
याद रहे 2017 के विधानसभा चुनावों में उन्हीं की बदौलत भाजपा ने छह महिलाओं को टिकट दिए थे जिनमें से तीन जीत कर विधानसभा पहुंच गई थी। वह भी विधानसभा पहुंच जाती अगर भाजपाइयों ने उनके साथ दगाबाजी न की होती । लेकिन अचानक समां बदला है और इंदु गेस्वामी की लाटरी लग गई है।
ये रहा राजनीतिक सफर
12 अप्रैल 1967 को जन्मी व बीए तक शिक्षित इंदु गोस्वामी 1987 से 1990 तक अखिल भारतीय परिषद की कार्यकर्ता रही। 1992 तक महिला मोर्चा मंडल की अध्यक्ष रही। 1994 तक भाजयुमो की जिला उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली। 1996 तक भाजयुमो की राज्य सचिव व 1998तक भाजयुमो की राज्य उपाध्यक्ष रही। 1998 में प्रदेश में भाजपा-हिविकां गठबंधन की सरकार बनी। इस दौरान 1998 से लेकर 2000 तक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष व 2000 से 2003 तक राज्य सामाजिक कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रही। 2013 से 2016 तक राज्य भाजपा की सचिव 2016 से 2019 तक प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली।
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