शिमला। दिल्ली की गर्मी से राहत लेने के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी अपनी पुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी संग हिमाचल की राजधानी शिमला पहुंच गए है। वो यहां पर पांच दिन तक रहेंगे।समझा जा रहा है कि प्रदेश के कांग्रेसी उनके साथ राजनीति पर सलाह मशविरा करेंगे।प्रदेश की कांग्रेस कई गुटां में बंटी हुई है व वीरभद्र सिंह सरकार के कई मंत्री खुद को 2017 के चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का दावेदार प्रोजेकट करने में जुट गए है। सोशल मीडिया में तो सर्वे भी होने लगे है। परिवहनमंत्री जी एस बाली व स्वासथ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर के समर्थक इस मसमले में पहल कर चुके है। जबकि वीरभद्र सिंह अपनी बीवी प्रतिभा सिंह व बेटे विक्रमादित्य संग प्रशासनिक कामकाज की आड़ में सरकारी खचे्रं पर चुनाव प्रचार में कूद गए है।
उतराखंड व अरुणचंल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मोदी सरकार की सिफारिश पर दस्तख्त करने के बाद राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी पर भी सवाल उठने लगे थे । उतराखंड में तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरीश रावत सरकार बहाल हो गई लेकिन अरुणांचल में ज्यादा कुछ नहीं हुआ। ऐसे में प्रदेश के वीरभद्र सिंह के अलावा मंत्री व नेता भी राष्ट्रपति से सलाह मशविरा करेंगे।
शिमला के कल्याणी हैलीपैड पहुंचने पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गर्मजोशी व गुलदस्ते देकर राष्ट्रपति की अगुवाई की।राष्ट्रपति कल्याणी हैलिपैड पर बाद दोपहर 1.45 बजे पहुंचे। भारत के राष्ट्रपति की सुपुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी भी उनके साथ पहुंची।
राष्ट्रपति 3 जून, 2016 को पीटरहॉफ में आईजीएमसी के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करेंगे और सायंकाल वह राजभवन में राज्य प्रीतिभोज में शामिल होंगे।
वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा जिन्हें राष्ट्रपति प्रवास के लिए मिनिस्टर-इन-वेटिंग अधिकृत किया गया है, भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
महापौर संजय चौहान, उप महापौर टिकेन्द्र पंवर, मुख्य सचिव वी.सी. फारका, पुलिस महानिदेशक संजय कुमार, जीओसी-इन-सी आरट्रैक लेफ्टिनेंट जनरल पी.एम. हरिज, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार टी.जी. नेगी, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मोहन चौहान, विशेष सचिव अश्वनी कुमार, उपायुक्त रोहन ठाकुर, पुलिस अधीक्षक डी.डब्ल्यू नेगी भी अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।
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