शिमला। शिक्षा मंत्री सुरेश भारदवाज ने कहा कि कर्फ्यू हटने के बाद स्थितियों के सामान्य होने होने व परिवहन चलने पर ही शिक्षण संस्थानों को शुरू किया जाएगा।उन्होंने कहा कि इसके अलावा महीने के दूसरे शनिवार की छुटटी को समाप्त करने को लेकर भी शिक्षा विभाग विचार कर रहा है। रहे।अगर जरूरत पड़ी तो स्कूलों में होने वाली सवा महीने की छुटिटयों को भी कम किया जा सकता है व पढ़ाई के घंटों का बढ़ाए जाने का सुझाव दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर बंदी तीन मई या मई महीने में समाप्त हो जाता है तो पाठयक्रम को समाप्त करने में ज्यादा मुश्किले नहीं आएंगी। लेकिन अगर बंदी लंबी चली तो इन सुझावों पर काम किया जाएगा।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों और स्कूल शिक्षा विभाग के सचिवों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस की अध्यक्षता की जिसमें कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में शिक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
इसी दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो संशेधित सालाना केलेडंर लागू किया जा रहा है अगर जरूरत पड़ी तो शिक्षकों की छुटिटयों का दोबारा से समायोजन किया जा सकता है। लेकिन लगता नहीं कि इसकी जरूरत पड़ेगी।उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा सत्र अप्रैल में ही शुरू होता है तो ऐसे में अभी ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।शिक्षा मंत्री ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया किया शिक्षकों की चुनाव या अन्य तरह के कामों में डयूटियां न लगने दी जाए। जनगणना हो या कोई और काम सबसे पहले शिक्षकों को ही इस काम में लगाया जा सकता है।
भारदवाज ने कहा कि दसवीं व जमा दो कक्षाओं के बच गए पेपरों को स्थिति सामान्य होने के बाद लिया जाएगा। भारदवाज ने कहा कि डिश टीवी प्रदेश सरकार की ओर से शुरू किए आनलाइन शिक्षण के काम को नहीं दिखा रहे है। इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए जाए।
शिक्षा मंत्री ने कहा किविद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें वितरित कर दी गई हैं तथा मिड-डे मील भी वितरित किया जा रहा है। राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र में लाॅकडाउन के उपरांत की रणनीति भी तैयार कर रही है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से प्रदेश में चार केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति देने का आग्रह किया। उन्होंने प्री-प्राईमरी कक्षाओं के लिए भी मिड-डे मील की सुविधा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री का कोविड-19 के दौरान प्रदेश को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान रमेश पोखरियाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पूरे देश को कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है, जिससे शिक्षा क्षेत्र के लिए विभिन्न चुनौतियां सामने आई हैं। एचआरडी मंत्रालय विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए आनलाइन शिक्षा प्रणाली लागू कर रहा है। पोखरियाल ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी मिड-डे मील योजना जारी रखी गई है।
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