शिमला। पुलवामा में आंतकी हमले में मारे गए ज्वाली के तिलक राज के परिजनों को प्रदेश की जयराम सरकार ने बीस लाख रुपए देने का एलान किया है। विधानसभा में पुलवामा अांतकी हमले में सीआरपीएफ के मारे गए सभी जवानों को श्रद्धाजंलि देने के लिए सदन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शोकोदगार प्रस्ताव पेश किया । सरकार के अलावा माकपा विधायक राकेश सिंघा ने भी शहीद के परिवार को अपनी ओर से राशि देने का एलान किया । उन्होंने कहा कि वह यह राशि मुख्यमंत्री को सौंप देंगे। आंतकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देने की सभी विधायकों की मांग के साथ शोकोदगार प्रस्ताव के बाद इन जाबांज जवानों की शहादत के सम्मान में सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।
प्रश्नकाल को स्थगित करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में पुलवामा आतंकी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के जवानों के प्रति श्रद्धाजंलि देने के लिए शोकोदगार प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि तिलक राज छुटिटयां काट का 11 फरवरी को ही डयूटी पर लौटा था और 14 फरवरी को शहीद हो गया। उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश है व हर तरह से एक ही आवाज उठ रही है कि आतंकियों के मददगार पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया जाए। देश का नेतृत्व इस बावत जो भी फैसला लेगा
हिमाचल प्रदेश उस फैसले का साथ देगा। उन्होंने कहा अब आम आदमी भी बोल उठा है कि अब हद हो गईहै। हमला इतना वीभत्स था कि रौंगटे खड़े हो जा रहे है। आदमी तो आदमी जिस बस से आतंकी ने विस्फोटकों से भरी कार टकराई उस बस के भी चंद पूर्जे ही नजर आ रहे है। यह देश को असिथर करने की कोशिश है। लेकिन इस तरह की ताकतें कभी भी सफल नहीं हो पाएगी। उन्होंने तिलकराज समेत सभी मारे गए
जवानों के प्रति अपनी श्रद्धाजंलि दी ।
कांग्रेस की ओर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने शोकोदगार प्रस्ताव में शामिल होते हुए कहा कि इससे पहले उड़ी आतंकी हमले में 20 जवान शहीद हो गए थे। अढाई साल बाद बीते रोज पुलवामा में अब तक का सबसे घातक हमला हुआ जिसमें 42 जवान शहीद हो गए है। आतंकी सैन्य ठिकानों को निशना बना रहे है ये चिंता का विषय है। जाहिरा तौर पर इस हमले में पाक का हाथ है। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट कर दिया था फिर भी ये
हमला हुआ। वहां पर सता सीधे केंद्र के हाथ में है। चुनी हुई सरकार को हटा दिया था। दलील दी जा रही है कि सुरक्षा में चूक हुई है और इस हमले को अंजाम देने वाले वही है जिन्हें हम कंधार छोड़ कर आए थे। ये वही लोग है जिन्होंने संसद पर हमला किया था। पठानक ोट एयरबेस को निशना बनाया था। ये आतंकी देश को चुनौती दे रहे है। उन्होने का कहा पूरी कांग्रेस पार्टी शहीदों प्रति अपनी श्रद्धाजंलि व्यक्त करती है और सरकर से आग्रह है कि देश के दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाए। पार्टी पूरी तरह से सरकार के साथ है।
1971 के भारत पाक युद्ध में शामिल रहे सैनिक कल्याण व बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि अगर देश को जरूरत है तो वह रणभूमि में जाने को तैयार है। उन्होंने उम्मीद जताई की प्रधानमंत्री जरूर कुछ कड़ा फैसला लेंगे । पाक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शहीद परिवारों को श्रद्धाजंलि देते हुए माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जिस तरह की स्थिति जम्मू कश्मीर की है, वहां सभी हितधारकों को एक होकर समस्या का समाधान करना चाहिए। भरत जैसे देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। आतंकी हिंसा ने देश के दो दो प्रधानमंत्रियों को निगल लिया है। उन्होंने अपनी ओर से जवाली के शहीद हुए जाबांज तिलक राज के परिजनों को अपनी ओर से कुछ राशि देने का एलान भी किया।
पूर्व मुख्यमंत्रीव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। यह घटना न तो सरहद पर हुई है और न ही सरहद के करीब हुई है। यह श्रीनगर से कुछ कलिोमीटर दूर हुई है। यह गंभीर व चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह पहला हमला है जिसमें इतने जवानों की जानें गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें देश के जवानों पर देश के लिए अपनी जान खतरे में छाल देते हैं व जो शहीद हुए उन पर फक्र है।
भाजपा विधायक कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि वह 1992 से 1994 के बीच जम्मू कश्मीर में तैनात रहे है लेकिन कश्मीर में इस तरह का डिवाइस इस्तेमाल नहीं किया गया ।
उन्होंने कहा कि आतंकी हमले में इस्तेमाल गाड़ी न तो पाकिस्तान से आई थी और ही हमलावर पाकिसतानी था। सरकार को घर में बैठे जयचंदों के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि सेना का काफिला जब चलता है तो गाड़ियो के बीच ज्यादा दूरी नहीं होती। स्थनीय स्तर पर जरूर कोई था जो आतंकियों को सूचना देता रहा होगा। हमारी ओर से चूक हुई है जो नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि बीता रोज देश व सुरक्षा बलों के लिए काला दिन था। सेना का का काफिला बिना सुरक्षा ड्रिल के नहीं चलता। उन्होंने कहा कि अगर शांति चाहिए तो युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
नूरपूर से भाजपा विधायक राकेश पठानिया से शहीद तिलक राज की पत्नी सावित्री देवी उन्हीं के हलके से है। उनका बड़ा बेटा वरूण कपूर दो साल व छोटा तेईस दिन का हुआ है। वह इस तीस साल के जवान की शहादत पर नमन करते है। उन्होंने कहा कि एक दसवीं फेल 21 साल आतंकी यह सब कर जाता है। यह स्वीकार्य नहीं है। कांग्रेस विधायक विकमादित्य सिंह, नंदलाल, आशीष बुटेल के अलावा विधानसभा स्पीकर राजीव बिंदल, मंत्री गोबिंद ठाकुर,भाजपा विधायक बिक्रम सिंह जिरयाल व सुरेश कश्यप ने भी शोकोदगार प्रसताव के दौरान सभी शहीदों के लिए भावभीनी श्रद्धाजंलि व्यक्त की।
इसके बाद इन शहीदों के सम्मान में सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।
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