शिमला।अदाणी घराने की ओर से जिला बिलासपुर के बरमाणा और जिला सोलन के दाडलाघाट में लगे सीमेंट कारखानों का जयराम सरकार के कार्याकाल में अधिग्रहण कैसे लिया सुक्खू सरकार ने इसका पूरा लेखा जोखा मंगवाया गया हैं। इसके अलावा अगर नियमों व कानूनों की कोई अवहेलना भी की गई है तो उसकी भी रपट तलब की गई हैं।
याद रहे कल शुक्रवार सांय चार बजे के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू ने बरमाणा व दाडलाघाट सीमेंट कारखाने में लगे ट्रक आपरेटरों से वार्ता करने को बुलाया हैं। इससे पहले आज वीरवार को जिला सोलन व जिला बिलासपुर के जिला उपायुक्तों से कई बिंदुओं पर रपट मांगी हैं।
प्रधान सचिव राजस्व की ओर जिला सोलन व जिला बिलासपुर के उपायुक्तों को लिखी चिटठी में अंबुजा और एसीसी सीमेंट कारखानों को चलाने के लिए उन्हें पटटे पर व या उनके मालिकाना हक के तहत कुल कितनी सरकारी व निजी जमीन हैं, इसका लेखा जोखा मांगा गया हैं। साथ में जमाबंदियां भी मांगी गई हैं। इसके अलावा यह भी मांगा गया है कि यह जमीन अधिग्रहित की गई है या खरीदी गई हैं। क्या मुजारा व भू सुधार कानून की धारा 118 के तहत मंजूरी ली गई है । उसका लेखा जोखा मांगा गया हैं। इसके अलावा हाल ही में अदाणी घराने ने इन कारखानों को कैसे अधिग्रहित किया व क्या कंपनी ने कोई अवहेलना की है। यह सब लेखा जोखा मांगा गया हैं।
धारा 118 के तहत सीलिंग का ब्योरा मांगा गया हैं।
सरकार की ओर से कितनी बीघा जमीन अधिग्रहित की गई है व किस उददेश्य के लिए की गई है और आज जमीन का उपयोग किस प्रकार हो रहा हैं। उपरोक्त के अतिरिक्त खनन के लिए कितनी जमीन दी गई है और इस जमीन का स्टेटस क्या हैं। एसीसी और अंबुजा ने जमीन मालिकों से सीधे तौर पर कितनी जमीन खरीदी थी और आज उसका क्या स्टेटस हैं। इसके अलावा 118 के तहत दी गई मंजूरियों का ब्योरा भी मांगा गया हैं।
सरकार ने दोनों जिला उपायुक्तों से यह ब्योरा भी मांगा है कि क्या धारा 118 की कोई अवहेलना की गई है। अगर की गई है तो क्या कार्रवाई की गई उसका भी ब्योरा भी दिया जाए।
याद रहे जब अंबुजा व एसीसी सीमेंट कारखाने लगे थे तो सरकार ने हजारों बीघा जमीन खनन के लिए एक रुपए पटटे पर दे रखी है । सरकार अगर कार्रवाई पर आई तो इस जमीन को वापस ले सकती हैं। इसके अलावा और भी बहुत कुछ है जो इन कारखानों के सुपुर्द कर रखा है। ऐसे में समझा जा रहा है कि सुक्खू सरकार अब अदाणी घराने के खिलाफ कार्रवाई करने की ओर कदम बढा सकती हैं। हालांकि असल तस्वीर आने वाले समय में ही साफ हो पाएगी।
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