शिमला । मकर संक्रोति के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ततापानी में होटल हॉट स्प्रिंग में सल्फर स्नान किया, यहां स्थित नाहरसिंह व लक्ष्मी नारायण मन्दिर में पूजा अर्चना की,साथ ही भगवान शनि देव की प्रतिमा का अनार्वण किया व मूड़ बन जाने के बाद पूर्व की वीरभद्र सिंह सरकार पर जमकर बरसे। याद रहे जयराम ठाकुर सरकार अभी हनीमून मोड पर चल रही हैं।
ततपानी में जनसभा में उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में कोई माफिया राज नहीं होगा और उत्तरदायित्व निर्धारित किए जाएंगे। प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर अडिग है। महिलाओं को अत्याचारों से बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के तीनों पुलिस रेंजों में गुड़िया हेल्पलाईन व विशेष सेल सृजित किए जाएंगे और महिलाओं के प्रति अपराध का यदि कोई मामला है तो उसकी रिर्पोट 48 घण्टों के भीतर मुख्यमंत्री कार्यालय में भेजनी होगी।
उन्होंने दोहराव करते हुए पूर्व की वीरभद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी। हम अभी बलात्कार व हत्या को नहीं भूले हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा था। भारतीय जनता पार्टी ने मामले को केन्द्री जांच ब्युरो को सौंपने की आवाज उठाई परन्तु कांग्रेस सरकार मामले को सीबीआई को सौंपने में देरी करती रही। मामले के प्रत्यक्ष दर्शी नेपाली सूरज की हिरासत में हत्या कर दी गई और कानून एजेंसियों द्वारा मामले को बदरंग कर सीबीआई को सौंपा गया। इसी प्रकार की घटना होशियार सिंह के साथ भी घटी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने का इन्तजार कर रहे थे जिसने राज्य को 46 हजार 500 करोड़ रुपये के ऋण के नीचे धकेल दिया है। केन्द्र से वित्तीय सहायता के बावजूद प्रदेश में विकास शून्य रहा। चुनाव नजदीक आते ही पूर्व मुख्यमंत्री व बाकी मंत्रियों की ओर से 40 से 50 उद्घाटन व शिलान्यास प्रतिदिन अपने कार्यालय से ही किए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के भोलेभाले लोगों को मुर्ख बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि शिलान्यास व उद्घाटन पट्टिकाएं बाद में स्थापित करने के लिए गाड़ियों द्वारा भेजी गई। विकास का श्रेय लेने की यह एक नई संस्कृति आरम्भ की गई है।
उन्होंंने कहा कि हालांकि यह निश्चित था कि भाजपा सत्ता में आएगी परन्तु मुख्यमंत्री को लेकर क्यास लगाए जा रहे थे। जब नतीजे आएं तो यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हालांकि थुनाग की रैली के दौरान यह संकेत दिए थे कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी परन्तु मैंने यह स्वपन में भी नहीं सोचा था कि मुझे मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश के लोगों की सेवाएं करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसका श्रेय मण्डी के लोगों को दिया जिन्होंने भाजपा को जिले में भारी बहुमत से जताया और कांग्रेस एक भी सीट तक नहीं जीत पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को चुनाव हारने की ठीस अभी तक है परन्तु उन्हें लोगों द्वारा दिए गए जनादेश को दिल से स्वीकार करना चाहिए।
ततापानी में गर्म चश्में दोबारा बहाल करने का एलान
प्रदेश सरकार तत्तापानी में धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रति वचनबद्ध है इसकी खोई हुई भव्यता को पुनर्बहाल किया जाएगा। गर्म पानी के चश्मों व नहाने के स्थलों की दोबारा बहाली का मामला शीघ्र ही राष्ट्रीय थरमल पॉवर निगम तथा सतलुज जल विद्युत निगम के साथ उठाया जाएगा तथा शीघ्र ही इसकी विस्तृत परियोजना रिर्पोट तैयार की जाएगी ताकि कार्य शीघ्र आरम्भ किया जा सके।मुख्यमंत्री ने मकर संक्रांति मेला तत्तापानी को जिला स्तरीय मेला घोषित किया व एसजेवीएनएल को तत्तापानी के नजदीक मैदान विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने करसोग बाईपास की विस्तृत परियोजना रिर्पोट शीघ्र तैयार करने व मांजू सड़क की विस्तृत परियोजना रिर्पोट तैयार करने के निर्देश दिए। इसके लिए शुरू में 10 लाख की घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि तत्तापानी में सतलुज नदी के किनारे हर साल मकर संक्रांति के दिन दूर-दूर से लोग पवित्र स्नान के लिए आते हैं। राज्य सरकार ने लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए तत्तापानी में ड्रिलिंग द्वारा गर्म पानी को निकाला है ताकि लोग यहां पर पवित्र स्नान कर सके।
उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल जैसे माहुनाग, कामरूनाग, शिकारी देवी तथा रिवालसर को धार्मिक दृष्टि से विकसित कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा और मामले को केन्द्र सरकार के साथ उठाया जाएगा।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तत्तापानी में मकर संक्रांति उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है। पुरानी यादों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वे पूर्व में यहां सतलुज नदी के किनारे पवित्र स्नान करते थे। उन्होंने कहा कि तत्तापानी तथा साथ लगते क्षेत्रों के लिए यह त्यौहार बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धार्मिक तथा साहसिक पर्यटन की आपार संभावना है।
उन्होंने आवारा पशुओं के बारे में कहा कि इस बारे नीति बनाने के लिए एक उप-समिति का गठन किया गया है। उन्होंने पंचायतों से इस बारे सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में लगे सेवानिवृतों को बाहर करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कई बार पूर्ननियुक्तों की सेवा को जारी रखना महत्वपूर्ण हो जाता है परन्तु कांग्रेस का हजारों को पुन: रोजगार देने का निर्णय बेतुका था जबकि प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का बेरोजगारी भत्ता देने का निर्णय भी गलत था।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने सुन्नी में राज्य स्तरीय विधिक सेवा शिविर का दौरा किया।
ससे पूर्व उन्होंने हेडकेवार समिति दुर्गा देवी, विहारी लाल, बिरोचन लाल, चैरिटेबल ट्रस्ट तथा आल माइटी बलेंसिग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित चिकित्सा शिविर का शुभारंभ किया। हेडकेवार समिति के अध्यक्ष बोध राज ने कहा कि यह संगठन अनेक सामाजिक कार्यो में शामिल होने के अतिरिक्त विभिन्न जागरूकता शिविर आयोजित करता आया है। उन्होंने कहा कि यह समिति गरीबों की सहायता करने के साथ-साथ बाढ़ व अग्निपीडि़तों की सहायता करता आया है इसके अतिरिक्त संगठन द्वारा रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता रहा है और गरीब बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए भी यह संगठन सहायता करता आया है।
इस अवसर पर डीडीबीएल ट्रस्ट द्वारा लंगर व चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेश सूद ने बताया कि यह कार्य गत 91 वर्षों से नियमित रूप से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के दिन 91 वर्ष पूर्व सामुहिक खिचड़ी भोज उनके पूर्वजों द्वारा आरम्भ किया गया था तथा इस परम्परा को वे आगे चला रहे है। हेडगेवार समिति द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में इन्दिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने नि:शुल्क चिकित्सा जांच के अतिरिक्त रोगियों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की।
विधायक हीरा लाल ने हेडगेवार समिति को 21 हजार रुपये का चेक भेंट किया।
इसी प्रकार फोरेस्ट कॉनट्रैक्टर संघ ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 2 लाख रुपये का चेक दिया किया। तत्तापानी मेला समिति द्वारा 51 हजार रुपये का, व्यापार मण्डल तत्तापानी द्वारा 21 हजार रुपये तथा जिला भाजपा केकमल ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 11 हजार रुपये का अंशदान किया गया।
सांसद राम स्वरूप शर्मा व करसोग के विधायक हीरा लाल ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति का स्वागत किया। उन्होंने एनटीपीसी की सहायता से गर्म पानी के चश्मों को शीघ्र दोबारा बहाल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूर्व सरकार से गर्म चश्मों को विकसित करने का आग्रह किया था परन्तु इस दिशा में थोड़ा ही कार्य हुआ। राम स्वरूप शर्मा ने मकर संक्रांति मेला को जिला स्तरीय मेला घोषित करने का आग्रह किया।
विधायक हीरा लाल ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अर्न्तगत करसोग की 22 सड़कों शीघ्र वन स्वीकृति प्रदान करवाने का भी आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष क्षेत्र के अन्य मांगे प्रस्तुत की।
सतजुल जल विद्युत के सीएमडी नन्दलाल, भाजपा नेता कमल ठाकुर, युवक व महिला मण्डलों के प्रतिनिधि भी इस मौके पर मौजूदरहे
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