शिमला। भाजपा की वायरल चिटठी पर देर से ही सही कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने भीजुबान खोली है। उन्होंने राजधनी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वायरल चिटठी में लगा गए आरोपों की जांच प्रदेश हाईकोर्ट के मौजूदा जज से कराने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि इस घ्ज्ञपले की इससे कम कोई जांच न हो। राठौर ने कहा कि यह संगीन मामला है।
अगर सरकार ने इस तरह की जांच नहीं कराई तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के अस्पतालों को घटिया दवाइयां व उपकरणों को मुहैया कराने का मामला है। जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सरेआम घपला किया गया है।
राठौर ने कहा कि बीते रोज मंत्री व मुख्यमंत्री ने इस घपले पर खुद को खुद ही क्लीन चिट दे दी है। जो लोग घपले में शामिल है वह खुद को कैसे क्लीन चिट दे दी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी एक दो दिनों में इस मामले की जांच को लेकर राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर इसके बाद भी कोई जांच नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर जाएगी। राठौर ने कहा कि अगर आरोप झूठे है तो डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जयराम सरकार के पिछल्ले डेढ साल के कार्याकाल को निराशाजनक करार देते हुए कहा कि कानूनव्यवस्था की स्थिति बदहाल है। जिला मंडी में एक खंड विकास अधिकारी ने एक महिला प्रधान को छेड़ दिया।
इस मामले में 22 दिनों के बाद एफआइआर हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस तरह की हरकतों को हलके ढंग से नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि पिछल्ले दिनों केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल आए थे व सौ दिनोें की उपलब्धियां गिनाकर चले गए। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि देश सौ महीने पीछे चला गया है। मोदी सरकार ने आरबीआइ पर भी हाथ डाल दिया और वहां से पैसे पिकाल कर ले गए। ऐसे आजादी के बाद पहले कभी नहीं हुआ।
कांग्रेस आंदोलन के लिए तैयार राठज्ञैर ने कहा कि देश को मोदी सरकार के हाथों तबाह नहीं होने देगी व आंदोलन किए जाएंगे। एक अक्तूबर को देश के नामी अर्थशास्त्री को शिमला में आयोजित किए जाने वाले सम्मेलन में बुलाया जाएगा व राजभवन तक मार्च किया जाएगा। कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पुतले जलाने व नारेबाजी का ददौर चला गया है। इसके बाद गांधी जयंती पर पदयात्रा की जाएगी।
राठौर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खंड से लेकर जिला व प्रदेश स्तर तक आक्रामक तेवर अपनाएगी। गंगूराम व सुधीर शर्मा पर फैसला पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बादयह पूछे जाने पर कि पच्छाद व धर्मशाला उपचुनाव के लिए पार्टी की ओर से गंगूराम मुसाफिर और सुधीर शर्मा के नाम तय हो चुके है? राठौर ने कहा कि पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है व वह आलाकमान और राज्य कांग्रेस को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। उसी के बाद नामों पर आखिरी मोहर आलाकमान की ओर से लगाई जाएगी।
सती ने कहा ये
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने जयराम सरकार का बाव करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के मुकेश अग्निहोत्री को लेकर भी शिमला में बेनामी पत्र बांटे थे गए थे। इसके अलावा 1998 में जब प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री थे तब भी उनके मंत्री प्रवीण शर्मा के प्रति बेनामी पत्र आए थे तब तो प्रवीण शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था पर उनका इस्तीफा नहीं लिया गया ।
उन्होंने कहा कि ऐसे तो बेनामी पत्र किसी भी मंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ आ सकते हैं तो क्या सब ही इस्तीफा दे देंगे? जब वीरभद्र सिंह जी भी मुख्यमंत्री थे तब उनके मंत्री जीएस बाली के खिलाफ भी बेनामी पत्र आए थे तो मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी इस्तीफा मंजूर नहीं किया था । बेनामी पत्रों को लेकर कोई भी संज्ञान आज तक नहीं लिया गया है ।
सती ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने जांच को जो फैसला लिया है उसे दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। जो लोग इस तरह की चिट्टियां लिखा करते हैं उनको पुलिस की ओर से ढूंढा जाएगा और उनसे बातचीत की जाएगी अगर उनके पास चिट्ठी को लेकर तथ्य है तो उचित कार्यवाही की जाएगी। अन्यथा चिट्ठी के जारीकर्ता पर उचित कार्रवाई की जाएगी । इस प्रकार के पत्रों से सनसनी फैलाने का प्रयास किया जाता है और अगर पत्र में सच्चाई है तो व्यक्ति सामने आए तो सरकार उस व्यक्ति का पूरा सहयोग करेगी ।
उन्होंने कहा कि समाज के अंदर अनेकों बार ऐसी बातें उठती है कभी नेताओं के प्रति , अधिकारियों के प्रति और कभी पार्टी के कार्यकतार्ओं के प्रति। विधानसभा में भी ऐसे बेनामी पत्रों को लेकर अनेकों बार चर्चा हुई है और इन पत्रों को लेकर फैसले भी लिए गए हैं । किसी भी व्यक्ति के पास अगर तथ्य है तो सरकार उस पर जांच करने को तैयार है ।
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