शिमला। अपने पति मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की जीत की खातिर उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह और उनके सबसे वफादार सिपहसलार हर्ष महाजन अर्की में वामपंथियों की दहलीज पर जा पहुंचे हैं।हर्ष महाजन ने आज वामपंथियों से बैठक की व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लिए समर्थन मांगा। अर्की में वामपंथियों का 10 -15 हजार जैसा बड़ा वोट बैंक तो नहीं हैं।लेकिन बाजी पलटने के लिए काफी हैं।
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने अर्की चुनावी हलके में वामपंथियों के वोट लेने के लिए उनसे संपर्क किया। लेकिन इस बावत वामपंथियों ने कोई तरजीह नहीं दी। लेकिन आज मुख्यमंत्री के वफादार हर्ष महाजन वामपंथियों की दहलीज पर गए थे।ये अप्रत्याशित था।इस मौके पर वामपंथियों ने हर्ष महाजन की क्लास लगाई व स्थानीय लोगों पर वीरभद् सिंह सरकार की ओर से किए अत्याचार याद दिलाए। माकपा के राज्य सचिव ओंकार शाद ने कहा कि माकपा की बैठक चल रही थी तो इसी बीच वहां हर्ष महाजन पहुंच गए।
इस बावत अर्की के वामपंथी नेता रामकृष्ण शर्मा की अगुवाई में माकपा ने आपात बैठक बुलाई व माकपा की स्थानीय इकाई अपने फैसले से प्रदेश सचिवालय को अवगत करा देगी।
अर्की में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह प्रचार नहीं कर रहे हैं। वहां प्रचार की कमान मुख्यमंत्री की पत्नी प्रतिभा सिंह व उनके वफादार हर्ष महाजन ने संभाली हुई हैं। वीरभद्र सिंह ने अर्की में नामाकंन का बाद पांव नहीं धरा हैं।
अर्की में भाजपा ने बिलकुल नया चेहरा मैदान में उतारा हैं व बीजेपी कांग्रेस के मुकाबले ग्राउंड में ज्यादा कुछ कर नहीं पा रही हैं। लेकिन कांग्रेस हर तरह से हर वोटर तक पहुंचने के लिए कुलबुला रही हैं। वामपंथियों के दहलीज पर पहुंचना इसी कड़ी का हिस्सा हैं।ऐसे में अर्की के वामपंथी ही नहीं प्रदेश स्तर पर भी वामपंथ नेतृत्व को ये फैसला लेना मुश्किल होगा कि कांग्रेस का साथ देना हैं या नहीं । वीरभद्र सिंह सरकार ने स्थानीय तौर पर ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ा हैं जहां पर वामपंथियों को कुचला न हो।
उधर,इस बावत माकपा के राज्य सचिव ओंकार शाद ने कहा माकपा कांग्रेस व भाजपा को कोई समर्थन नहीं देगी।इस बार वो तीसरे विकल्प के रूप में उभरेगी ।
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