शिमला।अदाणी समूह की कंपनी अदाणी विल्मार कंपनी लिमिटेड के हिमाचल स्थित ठिकानों पर सुक्खू सरकार के आबकारी व कराधान विभाग की ओर से छापेमारी करने के बाद जीएसटी रिफंड घोटाले के खुलासे का भंडाफोड हुआ हैं। हालांकि अभी कागजातों की जांच की जा रही हें। बीते रोज विभाग के संयुक्त आयुक्त जी डी ठाकुर की अगुवाई में अदाणी विल्मार के ठिकानों पर छापेमारी की गई और शुरूआती जांच में पता चला है कि अदाणी समूह ने हिमाचल प्रदेश खादय आपूर्ति निगम और और बाकी विभागों को तेल साबून व अन्य खादयनों की आपूर्ति पर जीएसटी रिफंड ले लिया। जबकि कानूनों के मुताबिक करियाने की सामाग्री पर जीएसटी रिफंड का प्रावधान नहीं हैं। यह रकम करोडों में बताई जा रही हैं। लेकिन असली आंकडा तमाम कागजातों के छानबीन के बाद सामने आएगा। ठाकुर ने कहा कि आगामी कार्यवाही की जा रही हैं।
अधिकारियों की ओर से अंदेशा जताया जा रहा है कि इस समूह की ओर से जीएसटी रिफंड का यह कारनामा पूरे देश में जहां भी इस कंपनी के ठिकाने है वहां पर किया जा रहा होगा। ऐसे में तमाम सरकारों को इस बावत कार्रवाई करनी चाहिए ।
याद रहे प्रदेश में अदाणी समूह की एग्री फ्रैश समेत सात-आठ कंपनियां काम कर रही हैं। इनमें से सीमेंट कारखानों से जुडा कारोबार पिछले 14 दिसंबर से बंद हैं।
याद रहे जिस अदाणी समूह पर कार्यवाही करने से राज्य सरकारें डरती रही है उस अदाणी समूह पर सुक्खू सरकार ने कार्रवाई कर बाकी सरकारों को को भी रास्ता दिखा दिया हैं। साथ ही साफ कर दिया है कि कम से कम कांग्रेस सरकारों की बांह को नहीं मरोडा जा सकता। अदाणी समूह के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ होने के इल्जाम हैं।
सुक्खू सरकार के सत्ता में आने के दो ही दिन बाद अदाणी समूह ने जिला बिलासपुर के बरमाणा और जिला सोलन के दाडला में लगे सीमेंट कारखानों को मालभाडे की आड में अचानक इन बंद कर दिया था। इससे सुक्खू सरकार मुश्किल में आ गई थी । लेकिन अब सुक्खू सरकार ने अदाणी के खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत जुटाई है बेशक उसकी दूसरी कंपनियों का कारनामों का ही खुलासा हुआ हैं।
जयराम सरकार में मिला अदाणी की विल्मार कंपनी को काम
प्रदेश खादय आपूर्ति निगम, पुलिस की कैंटीनों व बाकी विभागों को तेल-साबून व अन्य सामाग्री की आपूर्ति करने का काम पिछली जयराम सरकार के कार्याकाल में दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व और अदाणी के रिश्तों को लेकर इन दिनों संसद में उबाल आया हुआ हैं।मोदी व अदाणी के रिश्ते जगजाहिर है । समझा जा सकता है कि अगर खादय आपूर्ति निगम को अदाणी की कंपनियों से आपूर्ति का काम मिला होगा तो किस स्तर पर काम हुआ होगा।
अदाणी ने खादय आपूर्ति में अदाणी विल्मार कंपनी को पूरे देश में उतारा था व इसके शेयरों में उछाल भी आया था लेकिन अब हिंडनबर्ग की ओर से अदाणी के घोटाले को उछालने के बाद इन शेयरों में भारी गिरावट आ गई हैं।अब ये जीएसटी रिफंड का नया घोटाला सामने आ रहा हैं।
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