शिमला। संयुक्त किसान मंच के बैनर तले अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बागवान व किसान संगठनों ने सचिवालय का घेराव कर दिया और सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया व जमकर नारेबाजी की। किसानों व बागवानों की भारी भीड को देखते हुए पुलिस ने भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए हुए थे व ढली की ओर से सचिवालय की ओर आने वाले बागवानों को नवबहार से आगे नहीं बढने दिया बावजूद के इसके सचिवालय के बाहर बागवानों व किसानों की भारी भीड जुट गई और राजधानी की सडकें थम गई। धरना प्रदर्शन शाम साढे छह बजे तक जारी रहा। शाम को बागवानों की मुख्य सचिव के साथ हुई वार्ता के बाद बागवानों ने दस दिनों तक अपना आंदोलन स्थगित कर दिया हैं।
सचिवालय के बाहर बागवानों व किसानों को संबोधित करते हुए वामपंथी विधायक राकेश ने सिंघा ने जयराम सरकार से आहवान किया कि हिमाचल को बचा सकते हो तो बचा लो। हिमाचल नहीं बच सकता। उन्होंने कहा कि बागवान व किसान कर्ज में डूब गए हैं। आधा किसान कर्ज में डूब गया है। खेती लाभदायक नहीं रही है । उन्हों ने कहा कि जो सरकार सचिवालय में काम कर रही है उसे पता नहीं है कि बाहर क्या हो रहा है। इसने न खेत देखा है और न ही खलियान और न ही उन अधिकारियों व मंत्रियों ने देखा है जिनको किसानों व बागवानों के पक्ष में नीति बनानी हैं।
सिंघा ने कहा कि 2014 से पौधों से लेकर उपकरणों तक खेती करने की तमाम सामाग्रियों की कीमत दुगुनी हो गई हैं। मंडी में दाग लगा सेब पहुंच जाए तो किसान को बदनाम व उसे बेइज्जत किया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार को पता ही नहीं है कि सेब की एक पेटी को उतररने के पांच रुपए की जगह 25 रुपए वसूले जा रहे हैं। बागवानों से एक हजार रुपए डाला लिया जा रहा है।
किसानों का सेब बिकता है लेकिन उसे दो –दो साल भी पैसा नहीं मिलता। सिंघा ने सवाल किया क्या देश में कहीं ऐसा हो रहा है कि बागवानों को दो साल बाद सेब की कीमत मिल रही हो। सिंघा ने कहा कि यह मंच राजनीतिक मंच नहीं है वह यहां वामपंथी नेता के तौर पर नहीं बल्कि सेब उत्पादक के तौर पर आए है और अदानी व अंबानी की नीतियां नहीं चलेगी। उन्हों ने कहा कि अगर मंच की बीस सूत्रीय को नहीं माना जाता तो यह आंदोलन आगे बढेगा व अगर जरूरत पडी तो गोली भी खांएगे।
इस मौके पर संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान ने कहा कि सरकार बागवानों व किसानों को हलके से न ले।मंच ने सरकार को बीस सूत्रीय मांग पत्र दे रखा है जिसमें पैकेजिंग सामाग्री पर जीएसटी घटाने, जम्मू कश्मीर की तर्ज पर एमआइएस के तहत सेब खरीदने,सेब आयात पर आयात शुल्की सौ फीसद तक बढाने जैसे मांगें शामिल की गई हैं।
जुब्बल कोटखाई से कांग्रेस विधायक रोहित ठाकुर भी बागवानों के समर्थन में सडकों पर उतर आए और उन्होंने कहा कि सरकार ने बागवानों की फंफूदीनाशक दवाओं की कीमत बढ गई है। यह दो महीने की सरकार अब गुमराह करने पर तुली हैं। उन्होंाने कहा कि जयराम सरकार और भाजपा जीएसटी को केंद्र सरकार से कम कराती लेकिन कुछ नहीं किया । छह फीसद जीएसटी उपदान की प्रक्रिया जटिल हैं। बाद में कांग्रेस के सहप्रभारी संजय दत और बाकी कांग्रेस नेता भी इस आंदोलन के समर्थन में उतर गए।
आम आदमी पार्टी ने भी दिया आंदोलन को समर्थन
बागवानों व किसानों की मांगों को लेकर आज के आंदोलन को आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन दिया व आदोलन कारियों के बीच शामिल हो गए। आम आदमी पार्टी किसान विंग के अध्यक्ष अनिंदर सिंह नौटी ने कहा कि बागवानों व किसानों के मसलों पर जयराम सरकार गंभीर नहीं हैं।
मुख्यरमंत्री व बागवानी मंत्री सचिवालय से रहे गायब
बागवानों व किसानों की ओर से सचिवालय के बाहर दिए जा रहे धरने प्रदर्शन के दौरान सचिवालय से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर गायब हो गए। मुख्य मंत्री तो सुबह प्रदर्शन व रैली शुरू होने से पहले ही बिलासपुर को कूच कर गए। बाहर दिन भर बागवान व किसान आंदोलन करते रहे।
कांग्रेस ने घेरा राजभवन
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में आज देश मे बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी,जीएसटी में बढ़ोतरी और सेना में ठेका प्रथा अग्निपथ के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने यहां राजभवन के बाहर जबरदस्त धरना प्रदर्शन करते हुए हल्लाबोला।
कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों व निर्णयों ने आज देश को बर्बादी की राह पर लाकर खड़ा कर दिया है।
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को दबाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा की इन ओछी हरकतों से घबराने वाली नहीं और एकजुटता के साथ इसका मुकाबला करेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदेश मामलों के सह प्रभारी संजय दत्त ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिये कांग्रेस नेताओं पर झूठे और आधारहीन आरोप लगा कर जांच एजेंसियों पर दबाव बना कर उनके नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है जिसमें वह कभी सफल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा की इस तानाशाही के खिलाफ हर स्तर पर लड़ेगी और वह इससे घबराने वाली नहीं है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता अलका लांबा ने इस दौरान कहा कि आज का हल्लाबोल कार्यक्रम केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ एक जन प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह हल्लाबोल आज पूरे देश में बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी व अग्निपथ के विरोध में है और यह तब तक जारी रहेगा जबतक की सरकार बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी से लोगों को कोई राहत नहीं देती। उन्होंने कहा कि देश की जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर भाजपा कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी को बदनाम करने की पुरजोर कोशिश कर रही है जिसे कांग्रेस सहन नहीं करेगी।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन,विधायक रोहित ठाकुर,मोहनलाल ब्राक्टा समेत दर्जनों नेताओं ने शिरकत की ।
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