शिमला। प्रदेश में कोविड19 के मामलों में तेजी से हो रही बढोतरी को देखते हुए जयराम सरकार ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों और स्कूलों 4 अप्रैल तक बन्द करने का फैसला लिया है। केवल वही संस्थान खुले रहेंगे जिनमें परीक्षाएं चल रही हैं।
यह फैसला मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों के पास आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं, उन्हें अपने छात्रावास बन्द करने की आवश्यकता नहीं है लेकिन आवासीय छात्रावासों में कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने के लिए एक अनुपालना अधिकारी की नियुक्ति भी करनी होगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों सहित महाविद्यालय और स्कूल का स्टाफ नियमित रूप अपने संस्थानों में आना जारी रखेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से राज्य में कोई भी सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा और बाहरी कार्यक्रमों में 200 और आंतरिक कार्यक्रमों में 50 फीसद तक लोग शामिल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी कोचिंग केंद्र,नर्सिंग और चिकित्सा संस्थान नियमित रूप से कार्य करते रहेंगे। मन्दिरों के अन्दर लंगर और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबन्ध रहेगा और केवल दर्शन की ही अनुमति होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी कार्यालयों में 3 अप्रैल का अवकाश रहेगा ताकि कोरोना की चेन को तोडा जा सके। होली का कोई भी सामाजिक आयोजन नहीं होगा। उन्होंने लोगों से घर पर रहकर परिवार के सदस्यों के साथ होली मनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी अग्रणी पंक्ति के कार्यकर्ताओं को कोविड की दूसरी खुराक लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि कोविड के पाजिटिव मामलों और मृत्यु दर को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त संबंधित जिलों में अधिक प्रतिबन्ध लगाने के लिए उचित कदम उठाएंगे।
मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान और जेसी शर्मा, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डायरेक्टर डा निपुण जिंदल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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