शिमला। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने जिला में हुए दो घपलों की जांच करने के लिए एसआइटी का गठन किया है। जिला के सुन्नी में खाद्य आपूर्ति निगम के गोदामों से 55 लाख रुपए के सीमेंट के बेचे जाने के घपले की जांच के लिए जिला की एसपी मोनिका भुटुंगरू की अध्यक्षता में चार पुलिस एसआइटी अधिकारियों का एक विशेष जांच दल गठित किया है।
इस सीमेंट घोटाले के मामले में सुन्नी पुलिस थाने में एक अप्रैल को भारतीय दंड संहिता की ध्धारा 409 और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था । एफआइआर के मुताबिक निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक ने गोदाम के विक्रेता पर इल्जाम लगाया था कि उसने 2016 से 2020 तक ज्यादा सीमेंट बेचा जबकि सरकारी खजाने में पैसे कम जमा कराए।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने आत एसआइटी गठित कर दी।
एसआइटी में एसपी क्राइम वीरेंद्र वालिया, एएसपी साइबर क्राइम नरवीर राठौर और डीएसपी सिटी मंगत राम को सदस्य बनाया गया है। कुंडू ने अपने आदेश में कहा है कि एसआइटी इस मामने की पेशवर व निष्पक्ष जांच करेगी और पुलिस मुख्यालय को समय -समय
पर रपट पेश करेगी। इसके अलावा वितीय अनियमितताओं को लेकर भी जांच करेगी और अगर किसी तरह की धांधली पाई जाती है तो आरोपी के बैंक खाते, संपति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
यह एसआइटी ठियोग में हिमफैड के ठियोग सिथत पेट्रोल पंप पर एक करोड़ 30 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले की भी जांच करेगी। इस मामले में 21 अप्रैल को धारा 409 और 120 के तहत हिमफैड के शिमला के प्रभारी यशवंत वर्मा की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की गई थी। इस मामले में आरोपी पर 1 करोड़ 30 लाख रुपए के गबन का आरोप था। इस मामले में भी अगर जांच में आरोपी दोषी पाया जाता है और उसकी संपति व बैंक खातों को जब्त करने के आदेश दिए गए है।
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