शिमला। बीते रोज सोलन के समीप कुमारहटटी में बारिश की वजह से ढही तीन मंजिला इमारत के मलबे के नीचे दबने से मरने वालों की तादाद 14 हो गई है। इनमें 13 सेना के जवान है जबकि एक महिला है। मृतक महिला इमारत के मालिक बलवीर सिंह की पत्नी अर्चना है। होटल मालिक बलबीर सिंह की पत्नी अर्चना की बीती शाम को ही मौत हो गई थी। जब ये इमारत गिरी तब वह इमारत की सबसे ऊपर वाली मंजिल पर थी। इमारत के मालिक ने इस ढाबे का नाम सहज भोजनालय रखा था। इस इमारत के धरातल मंजिल पर स्टोर था।
बीते रोज इस इमारत के मलबे में 30 सेना के जवान और 12 नागरिकों समेत 42 लोग दब गए थे। इनमें से 28 को बचा लिया गया है। राहत व बचाव कार्य टीम ने 30 सेना के जवानों को निकाल लिया इन में से 17 ही सुरक्षित मलबे से बाहर निकाले जा सके है। 13 जवानों को नहीं बचाया जा सका जबकि तीन गंभीर रूप से घायल जवानों को सेना अस्पताल चंडीमंदिर को रेफर कर दिया गया है।
एसडीएम सोलन रोहित राठौर ने कहा कि बाकी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। उन्होंने कहा कि मलबे से सभी को निकाल लिया गया है। अब मलबे को साफ किया जा रहा है। बीती शाम को एक जवान व इमारत की मालकिन अर्चना के शव निकालेने के बाद सुबह सात बजे तक सेना के जवानों के छह और शव निकाले गए। इसके बाद दोपहर बारह बजे तक छह और जवानों के शव निकाल लिए गए ।
राहत व बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए सुबह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद मौके पर गए। वह मेडिकल विवि महर्षि मारकंडेश्वर विवि में भी गए व घायल जवानों का कुशलक्षेम जाना । इसके अलावा वह कुमारहटटी व धर्मपुर के स्थानीय अस्पतालों में भी गए।
प्रशासन ने घायलों को पांच पांच हजार व मृतकों के परिजनों को बीस-बीस हजार रुपए की फोरी राहत प्रदान की है।
सेना के जवानों को अभी राहत नहीं दी जा सकी थी क्योंकि उनके घरों से दोपहर तक कोई पहुंचा नहीं था। ये जवान 4 आसाम रायफल के थे। एसडीएम राठौर ने कहा कि वह डगशाई में सेना की यूनिट के साथ संपर्क में है। सहज भोजनालय की ये तीन मंजिला इमारत 2009 में बनी थी। एक मंजिला अभी हाल भी में बनाई गई थी।
याद रहे बीते रोज दोपहर बाद तीन बजकर 50 मिनट पर यह तीन मंजिला इमारत अचानक ढह गई थी व यहां खाना खाना आए सेना के जवानों समेत सभी लागे मलबे में दब गए । इसके बाद जिला प्रशासन ने युद्व स्तर पर राहत व वचाव कार्य चलाया । रााज्य सरकार ने अपना हेलीकाप्टर भी बचाव कार्य के लिए दे दिया। पंचकुला से एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची। शाम को दस बजे तक दो शवों समेत 27 लोगोें को निकाल लिया गया था । करीब 15 घंटें से ज्यादा चले बचाव व राहत आपरेशन में आज दोपहर एक बजे तक सभी लोगों को निकाल लिया गया था। लेकिन 13 जवानों को नहीं बचाया जा सका।
एसडीएम सोलन करेंगे हादसे की जांच
इस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच एसडीएम सोलन को सौंपी गई है। कहा जा रहा है कि इस इमारत की बुनियाद बेहद कमजोर थी। स्थानीय लोगों को पहले ही आशंका थी कि कभी यहां पर हादसा होगा । लेकिन कई सालों तक कुछ नहीं हुआ। हालांकि एसडीएम सोलन रोहित राठौर इमारत की कमजोर बुनियाद को लेकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह जांच शुरू करेंगे तब सब कुछ सामने आएगा। बचाव कार्य को लेकर एनडीआरएफ की टीम के साथ समन्वय उन्हें करना था तो वह पूरी तरह इसी में लगे रहे । जब जांच शुरू होगी तो सबकुछ सामने आ जाएगा।
मालिक व ठेकेदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज
उधर, थाना धर्मपुर में इमारत के मालिक व ठेकेदार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 336(दूसरों
के जीवन को खतरे में डालने ) और 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक अभी एफआइआर में किसी का नाम नहीं लिखा गया है।
मुख्यमंत्री ने बचाव कार्य की निगरानी के लिए किया कुमारहट्टी का दौरा
मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ, राज्य पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे संयुक्त अभियान की निगरानी करते हुए प्रशासन को एनडीआरएफ को हर सम्भव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए, जिससे उन्हें अभियान को चलाने में कोई कठिनाई न हो। हादसे में घायलों का कुशलक्षेम जानने के लिए मुख्यमंत्री जिला सोलन के सिविल अस्पताल धर्मपुर और महर्षि मार्कण्डेश्वर चिकित्सा विवि कुमारहट्टी भी गए।
मुख्यमंत्री ने इस दु:खद हा दसे में घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और दिवंगत आत्माओं की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए, कहा कि राहत कार्य में तेजी लाने के लिए एनडीआरएफ की तीन अतिरिक्त कम्पनियां घटना स्थल पर भेज दी गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सुन्नी से आधुनिक उपकरणों के साथ एनडीआरएफ के दल को लाने के लिए हैलीकॉप्टर उपलब्ध करवाया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जॉंच के आदेश दिए हैं और भवन के मालिक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है।
विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिन्दल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल, विधायक सुरेश कश्यप, उपायुक्त सोलन के.सी. चमन, पुलिस अधिक्षक मधुसूदन और अन्य वरिष्ठ सिविल और सैन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मृतकों में सुबेदार बलविंदर सिंह,नायब सुबेदार राज किशोर सिंह,नायब सुबेदार विनोद
कुमार,सुबेदार अजीत सिंह,सुबेदार मेजर प्रदीप चंद,सुबेदार योगेश कु मार शामिल है। बाकियों के नाम पतों के विवरण का इंताजर किया जा रहा है।
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