शिमला/शाहपुर।कांग्रेस पार्टी से टिकट न मिलने का संकेत मिलने के बाद मेजर विजयसिंह मनकोटिया ने शाहपुर से बतौर निर्दलीय अपना नामांकन भरने के बाद सुखराम की तर्ज पर वीरभद्र सिंह पर हमला बोला हैं। मनकोटिया को ठिकाने लगाने के लिए वीरभद्र सिंह ने पिछली बार की तरह इस बार भी केवल सिंह पठानिया को आगे किए हुए रखा। नतीजतन मनकोटिया बागी हो गए ।
2007 में मनकोटिया ने मुख्यमंत्री के खिलाफ सीडी फोड़ी थी व कांग्रेस पार्टी को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा था । इस बार मनकोटिया वीरभद्र सिंह का नार्को टेस्ट कराने की मांग करते रहे हैं। संभवत: वो चुनावों में मुख्यमंत्री पर लगातार हमला करते रहेंगे।
उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस आलाकमान उन्हें पार्टी का आधिकारिक प्रत्याशी घोषित करेगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। समझा जा रहा है कि ये सब वीरभद्र सिंह के विरोध के कारण ही हुआ ।ऐसे में ये तय है कि मिशन रिपीट का सपना देख रही कांग्रेस प्रत्याशी का यहां से जीतना आसान नहीं हैं।
मनकोटिया ने इस बार भाजपा महिला प्रत्याशी व अपनी प्रतिद्वंदी सरवीण चौधरी के खिलाफ भी हमला बोला। सरवीण चौधरी शाहपुर से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के समर्थन से जीतती आई हैं। धूमल की मनकोटिया से भी नजीदकियां हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम ने भी वीरभद्र सिंह पर संगीन इल्जाम लगाए थे। इस तरह भाजपा में जाकर सुखराम और बतौर निर्दलीय मनकोटिया मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर चुनावी बेला में हमला करते रहेंगे।इन हमलों का चुनाव नतीजों पर क्या असर पड़ेगा ये तो 18 दिसंबर को ही मालूम होगा। लेकिन ये दोनों वीरभद्र सिंह के साथ कांग्रेस पार्टी में काम करते रहे हैं व भीतर के कई राज जानते हैं।
उधर, भाजपा प्रत्याशी व मौजूदा विधायक सरवीण चौधरी ने नामांकन भरने के बाद कहा कि शाहपुर में अगर विकास के काम रुके हैं तो वो केवल कांग्रेस की वजह से रुके हैं।
डेस्क इनपुट के साथ रिपोर्ट व फोटो –रूही शर्मा
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