शिमला। कांग्रेस पार्टी ने जयराम सरकार के साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद अब सरकार के घोटालों और विफलताओं को लेकर आरोपपत्र तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला की मंजूरी के बाद हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश भाजपा सरकार की विफलताओं और अनियमित्ताओं की चार्जशीट बनाने के लिए इस पांच संसदीय कमेटी का गठन किया है।
इस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व विधायक राजेश धर्माणी को बनाया गया है जबकि विधायक इंद्रदत्त लखनपाल, बुद्धि सिंह ठाकुर, विनोद सुल्तानपुरी को सदस्य व विधायक आशीष बुटेल इस समिति के सचिव सदस्य बनाए गए हैं।
2017 केविधानसभा चुनावों से पहले ततकालीन नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल के इशारे पर भाजपा ने तत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार के कारनामों को लेकर आारोप पत्र तैयार कर उन्हें राज्यपाल को सौंपा था। लेकिन जयराम के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इस आरोपपत्रों की जांच कराने के बजाए इन्हें ठडे बस्ते में डाल दिया।
जयराम ने कहा कि वह बदले की भावना से कोई काम नहीं करेंगे। बीच-बीच मे जब सवाल उठते रहे तो वह यह दावा जरूर करते कि इन आरोपपत्रों में कई गंभीर आरोप है और विजीलेंस इन पर जांच कर रहा है। लेकिन पिछले साढ़े तीन सालों में कुछ भी बाहर नहीं आया। इससे कांग्रेसियों को बडी राहत मिली।
लेकिन अब कांग्रेस पार्टी ने जयराम व उनकी सरकार को इस समिति का गठन कर झटका दे दिया है। अब सरकार के कारनामों का आरेपपत्र में शामिल कर कांग्रेस जयराम सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी।
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