शिमला। प्रदेश कांग्रेस में मचे घमासान के बीच प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने निर्देश जारी किए है कि कोई भी पार्टी नेता अपनी बात अख़बारों के माध्यम से नहीं रखेगा और इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है। उन्होंने कहा बीते कुछ अरसा से पार्टी नेता अखबारों के माध्यम से एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसे क़तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । कांग्रेस पार्टी के लिए अनुशासन सर्वोपरि है। सभी नेता निर्धारित लक्ष्मण रेखा के अंदर रहे और भाजपा के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ें।
पाटिल ने दावा किया कि कांग्रेस आलाकमान स्थिति पर नज़र बनाए हुए है। पार्टी में धड़ेबंदी के लिए कोई जगह नहीं होगी ।उन्होंने कहा कि पार्टी का प्रयास हमेशा जोड़ने का रहा है और इस नीति पर ही काम होगा।
पाटिल ने दलील दी कि हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह नाकाम हो गई है और लोगों का सरकार से मोह भंग हो चुका है। ख़ास तौर पर कोरोना काल में सरकार जनता की मदद करने में विफल हो गई है। लोगों को सस्ता राशन व बिजली देने के अधिकार छीने गए हैं। लोगों के ख़िलाफ़ हज़ारों मुक़दमे दर्ज हुए हैं यहाँ तक की कबाइली इलाक़े की महिलाएं भी नहीं बख्शी गई हैं।
उन्होंने कहा कि नेताओं का प्रयास सरकार के ख़िलाफ लड़ाई लड़ने का रहना चाहिए भाजपा सरकार चुनावी वायदे पूरे नहीं कर पाई है। राष्ट्रीय राजमार्ग बने नहीं हैं। इन्वेस्टेर मीट काग़ज़ी बन कर रह गई है और कर्जा लगातार बढ़ रहा है। इसलिए सब नेता अपनी ऊर्जा भाजपा के कुशासन के ख़िलाफ़ इस्तेमाल करें और बाक़ी आलाकमान पर छोड़ दें।
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