शिमला। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने जयराम सरकार पर बागवानों के हितों पर कुठाराघात करने का इल्जाम लगाया है। राठौर ने जयराम मंत्रिमंडल के बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को निशाने पर लेते हुए कहा कि सेब बागवानों के लिए 1134 करोड़ क ी परियोजना पिछल्ली सरकार में आईथी। यह लागू भी हो गई थी लेकिन महेंद्र सिंह ठाकुर इस परियोजना को तबाह कने पर तुले है। जिस आइएएस अधिकारी तत्कालीन प्रधान सचिव बागवानी जे सी शर्मा ने इस परियोजना बेहतरीन काम किया था उसे सरकार ने हटा दिया है।
उन्होंने कहा कि यूरोप व अमेरिका में एक हैक्टेयर पर 50 -साठ टन सेब की पैदावार होती है जबकि प्रदेश में यह पैदावार चार से पांच टन तक है। इस परियोजना से प्रति हैक्टेयर पैदावार बढ़नी थी। लेकिन इसे तबाह किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार हमेशा ही बागवानों की विरोधी रही है। इससे पहले की भाजपा सरकार में जुब्ब्ल कोटखाई से विधायक नरेंद्र बरागटा बागवानी मंत्री बने उन्होंने आते ही गुमा में सेब की पेटिटयां बनने के कारखने को बंद करा दिया। अब बागवानें को महंगे व घटिया पेटिया खरीदनी पड़ती है। इसको बंद करने के पीछे दलीलें दी गई थी कि यह घाटे में है। राठौर ने कहा कि घाटे मेें तो सरकार भी है क्या उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा। घटे के कारणों को पता लगाकर उन्हें दूर किया जाना चाहिए था। अब इस परियोजना को ही बंद किया जा रहा है।
इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कोटगढ़ में बागवानों के आंदोलन को कुचलने के लिए गोली चलवा दी थी जिसमें तीन बागवानों की मौत हो गई थी। परवाणु में जूस का सयंत्र लगाने के लिए पूर्व सरकार में दस करोड़ की एक मुश्त मदद दी गईथी। लेकिन वहां भी कु छ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बीते रोज वह पार्टी प्रत्याशी कर्नल धनीराम शांडिल के साथ रोहड़ू में प्रचार करने गए थे। खड़ा पत्थर में सड़क बदहाल है व तीन चार महीने बाद सेब सीजन शुरू होने वाला है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के चुनावों के दौरान सोलन में रैली के दौरान सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने का वादा कि या था लेकिन इस दिशा में कहीं कुछ नहीं हुआ। आढ़ती बागवानों का पैसा लेकर फरार हो गए है लेकिन पुलिस एफआइआर दर्ज नहीं करदरही है। उन्हांने कहा कि क्या सरकार की आढ़तियों के साथ मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि चुनावों में इन तमाम मसलों पर सरकार से सवाल पूछे जाएंगे।
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