शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सुखराम ने अपने बेटे को और आश्रय शर्मा ने पिता को संकट में डाल दिया है। अनिल शर्मा आखिर में सुखराम के बेटे है और भाजपा सरकार में मंत्री है। ऐसे में इन दोनों दादा-पोता को अनिल शर्मा पर रहम करना चाहिए था। सुखराम ने अपने ही बेटे के भविष्य को दांव पर लगा दिया है। ये उनका पारिवारिक मामला है व समाधान भी परिवार ही से आना चाहिए। देश की राजनीति में कई बार कई जगहों पर ऐसा हुआ कि एक ही परिवार के सदस्य अलग -अलग पार्टियों में रहे है। ऐसी ही मंडी में हुआ।
जयराम ठाकुर शिमला संसदीय हलके से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप के पक्ष में कसुम्प्टी में विधानसभा हलके में प्रचार करने गए थे व यहां पर कसुम्प्टी महिला मोर्चा के सम्मेलन के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।
जयराम ने कहा कि अनिल शर्मा ने अपने बेटे के खिलाफ प्रचार करने से इंकार किर है। आगे देखेंगे कि उन्हें प्रचार के लिए कहीं और भेजा जाएगा। इसके अलावा उनकी तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है । उनकी गतिविधियों के मुताबिक आगे कार्यवाही की जाएगी। अनिल शर्मा को अपने विवेक के मुताबिक फैसला लेना चाहिए। वह भाजपा के टिकट पर लड़े व भाजपा के सदस्य है उन्हें प्रचार भाजपा के पक्ष में करना पड़ेगा।
कसुम्प्टी महिला सम्मेलन में उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की जमकर सराहना की व कहा कि विपक्षी राजनीतिक पार्टियां देश को आगे बढाÞने नहीं बल्कि मोदी को रोकने का प्रयास कर रही है। लेकिन जनता उनकी ओछी राजनीति के झांसे में आने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछल्ली बार जनता ने प्रदेश से चारों सीटे भाजपा की झोली में डाली थी व अबकी बार भी ऐसा ही होगा।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप व भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने भी शिरकत की।
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