शिमला। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भाजपा विधायक महेंद्र सिंह पर अचानक तल्ख हरो गए और उन्हें उनको धांधलियों की याद दिला दी।वीरभद्र सिंह ने कहा कि वो उनके कारनामों पर व्हाइट पेपर ला सकते हैं। वीरभद्र की तल्खियों पर महेंद्र सिंह ने पलटवार किया।
बजट में कटौती प्रस्तावों पर चल रही चर्चा के दौरान भाजपा विधायक महेंद्र सिंह ने मसला उठाया कि प्रधानमंत्री सड़क योजना की राशि और नाबार्ड की राशि को अलग अलग योजनाओं की मद में दिखाने के बजाय प्रधान सड़क योजना और नाबार्ड की मद में दिखा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये पैसा डायवर्ट करने के लिए किया गया है। सरकार भाजपा विधायकों की क्षेत्रों में पैसा न लगाकर कहीं और लगाना चाहती है। इस पर सीएम उठे व महेंद्र सिंह पर तल्ख हो गए। वो बोले, जब आप पीडब्ल्यू मंत्री थे तो आपने कितनी धांधलियां की ,मैं सब जानता हूं।धर्मपुर में खडड में बस स्टैंड बना दिया। जब वीरभ्ज्ञद्र सिंह ये बोल रहे थे तो पूरा विपक्ष खामोश हो गया। विपक्ष से किसी ने भी सीएम को रोका नहीं। सदन में खामोशी छा गई।महेंद्र सिंह अकेले पड़ गए।ये स्थिति कइयों को अखरी भी।
वीरभद्र सिंह ने खामोश सदन में कहा कि सरकार भेदभाव में विश्वास नहीं करती है। ये ठीक है कि कई अफसर सुस्त हो सकते है। कई कामचोर हो सकते है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जो पैसे जिस काम के लिए आते है वो उसी पर खर्च किए जाते है। किस और काम पर नहीं लगाए जा सकते। उन्होंने महेंद्र सिंह की ओर मुखातिब होकर कहा कि वो जानबूझकर सनसनी पैदा करने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे है। ” मैं आपको जानता हूं,आपके बारे में व्हाइट पेपर ला सकता हूं।वो फिर थोड़े नरम हुए व बोले ,आलोचना करिए पर गलतफहमी पैदा न करे।
काम में शीथलता हो सकती है,मैं ये महसूस करता हूं। जो अफसर काम नहीं करना चाहते उन्हें बेश्क कुबेर का खजाना दे दो वो काम नहीं करेंगे। मेरे लिए हिमाचल एक है।इस पर महेंद्र सिंह ने सीएम कहा कि म
वीरभद्र सिंह के तल्ख होने के बाद सदन की खामोशी के बीच महेंद्र सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग आपके पास। उन्होंने वीरभद्र सिंह पर पलटवार करते हुए चुनौती दी कि वो महेंद्र सिंह के खिलाफ सात अप्रैल से पहले श्वेतपत्र लाएं। महेंद्र सिंह की राजनीति खुली किताब है। जनता को भी पता चल जाएगा। लेकिन नाबार्ड व प्रधानमंत्री सड़क योजना के पैसे के बारे में भी श्वेत पत्र जारी करे। पर इस सीएम ने चुटकी ली कि जब वो खुद पीडब्ल्यू मंत्री थे तो उन्होंने ये प्रथा क्यों शुरू नहीं की। साथ ही कहा कि वो उनके उपर पूरी किताब लिखेंगे। जब महेंद्र सिंह पर सीएम इस तरह हमले कर रहे थे तो पूरी भाजपा खामोश बैठी रही।
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