शिमला। कांग्रेस व भाजपा की चुप्पी के बीच शिलाई के बकरास के दलित नेता व आरटीआइ कार्यकर्ता केदार सिंह जिंदान की सात सितंबर को स्किार्पियों के नीचे कुचलकर की गई हत्या की जांच सीबीआइ से कराने की मांग को लेकर दर्जन भर से ज्यादा दलित संगठनों ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन सौपा है। नाहन में यह ज्ञापन डीसी के जरिए भेजा गया है। इस मौके पर दलितों ने जिंदान की ओर से उठाए गए सभी मामलों की जांच कराने की मांग भी की।
इन दलित संगठनों ने दलितों पर होने वाले अत्याचारों की सूचना सरकार तक पहुंचाने के लिए केदार सिंह जिंदान के नाम पर एक हेल्पलाइन चलाने की मांग भी की है। याद रहे बीते दिनों जिंदान की पत्नी ने भी इस बर्बर हत्याकांड की सीबीआइ जांच की मांग की थी। इसके बाद आज दलित संगठनों ने भी इस मांग को दोहराया है।
दस सूत्रीय मांगों के इस ज्ञापन के साथ ही दलित संगठनों ने एलान किया है कि अगर 26 सितंबर तक प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से मानी गई मांगों पर अमलीजामा नहीं पहनाया गया तो दलित संगठन प्रदेश भर में आंदोलन छेड़ देंगे व 26 सितंबर को दलित समाज दोबारा बैठेगा व प्रधानमंत्री व राष्टÑपति को ज्ञापन भेजेगा।
इन दलित संगठनों ने दलित विकास मंच सिरमौर और दलित शोषण मुक्ति मंच के आहवान पर आज जिला मुख्यालय सिरमौर में जिंदान के प्रति श्रद्वाजंलि समारोह आयोजित किया। इस मौके पर प्रदेश भर के दलित संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा पड़ोसी राज्य हरियाणा के दलित संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की।
दलित विकास मंच सिरमौर के संयोजक बीरबल ने कहा कि आज की बैठक में शिलाई भी श्रद्वाजंलि समारोह आयोजित करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा जिला व राज्य के बाकी हिस्सें में भी इस तरह के समारोह किए जाएगें।नाहन के सिंधु आश्रम में जुटे इन दलित संगठनों ने बाद में जिला उपायुक्त कार्यालय तक रैली भी निकाली और जिला उपायुक्त के जरिए राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि जिंदान हत्याकांड की जांच से एसआइटी को हटा दिया जाए। सिरमौर पुलिस के अधिकारियों को वहां के राजनेता व प्रभावशाली लोग प्रभावित कर सकते हैं। इन संगठनो ंने मांग कि कि एससीएसटी अधिनियम की धाराओं के साथ भारतीय दंड संहिता की 120 बी धारा भी जोड़ी जाए। इसके अलावा केदार की पत्नी को सरकारी मकान व जब तक मकान का इंतजाम नहीं होता तब तक किराए का इंतजाम किया जाए। इन संगठनों ने केदार के परिजनों को 20 लाख रुपए,उनकी पत्नी को नौकरी व जिंदान के पूरे परिवार को सुरक्षा देने की मांग की।
(0)