शिमला।प्रदेश भर में भारी आक्रोश व राजभवन के घेराव के बीच कोटखाई की दसवीं की छात्रा से गैंगरेप व मर्डर की जांच के वीरभद्र सरकार के आग्रह को लेकर मोदी सरकार की ओर से अभी तक सीबीआई जांच की अधिसूचना जारी नहीं हो पाई हैं । सीबीआई के लिए इस मामले की जांच नोएडा में एक अरसा पहले हुए नृशंस आरुषि हत्याकांड से भी ज्यादा मुश्किल लग रही हैं। आरुषि हत्याकांड में भी पहले राज्य पुलिस ने जांच की थी पुलिस की जांच पर कई तरह के सवाल उठे थे। ये मामला भी उसी तरह का बन गया हैं।
सीबीआई सूत्र बताते हैं कि इस मामले में भी नार्कों टेस्ट तो जरूर होंगे लेकिन उनसे कितनी लीड मिल पाती हैं ये जांच के दौरान ही सामने आएगा। अगर राज्य पुलिस ने कुछ गड़बड़ की होगी तो उस पर भी गाज गिरना तय हैं।इसके अलावा फारेंसिंक रिपोर्ट राज्य की लैब से आनी हैं। ये कितनी सही,कितनी गलत होगी ये कहना मुश्किल हैं। सूत्रों के मुताबिक नए सिरे सैंपल उठाना इतना आसान नहीं हैं क्योंकि पीडि़ता का कत्ल हो गया हैं व जहां अपराध हुआ वहां भी अब सबूत नहीं बचे होंगे। अब तो उन्हीं सबूतों पर निर्भर रहना पड़ेगा जिन्हें राज्य पुलिस ने एकत्रित किया हैं।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अगर राज्य पुलिस ने दोषियों से मिलीभगत कर सबूत ध्वस्त किए होंगे तो सीबीआई के असली गुनाहगारों तक पहुंचना कतई भी आसान नहीं होगा। हालांकि इस बावत अभी कुछ भी कहना जल्दी होगा। जब तक सीबीआई टीम जांच को अपने जिम्मे नहीं ले लेती तब तक क्यासों को बल मिल रहा हैं। हालांकि जब सीबीआई को केस प्रापर्टी उपलब्ध होगी तभी सीबीआई तय कर पाएगी कि उसे किस दिशा से अपनी जांच को शुरू करना हैं।
उधर, सरकार की ओर से एसपी शिमला डीडब्ल्यू नेगी को अभी तक न हटाने से लोगों में लगातार रोष पनप रहा हैं व पांच साल का कार्याकाल पूरा कर रही वीरभद्र सिंह सरकार पर संदेह बढ़ता जा रहा हैं। एसपी नेगी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेहद करीबी व ताकतवर एचपीएस अफसर हैं। लेकिन इस मामले को लेकर वो सवालों में हैं।
उधर, इस कांड से आहत जनता सड़कों पर हैं। स्कूली बच्चों, कई गैर सरकारी संगठनों व राजनीतिक दलों ने आज मंगलवार को सड़कों पर अपना रोष जाताया । भारी संख्या में लोगों न राजभवन का घेराव किया व राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा । शिमला नागरिक सभा ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सौंपे ज्ञापन में सीबीआई जांच तेज करने की मांग की हैं। इसके अलावा दोषियों को कड़ी सजा दिलाने और जांच में सहयोग देने की मांग की हैं। उधर, गुम्मा में भी लोगों ने जमकर रोष प्रदर्शन किया।
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