शिमला। मंडी संसदीय हलके के लिए हो रहे उपचुनाव में 12 लाख 99 हजार 756 मतदाता चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस ,भाजपा, आजाद व अन्य दलों के छह प्रत्याशियों का भाग्य तय करेंगे। इनमें से 6 लाख 47 हजार 620 पुरूष मतदाता है जबकि 6 लाख 38 हजार 752 महिला मतदाता है। 13374 सर्विस मतदाता भी है।
मुख्य चुनाव अधिकारी सी पालरासु ने आज राजधानी में आयोजित संवाददाता में कहा कि मंडी संसदीय हलके अलावा बाकी तीन विधानसभा हलकों में से अर्की विधानसभा हलके में 92हजार 602 मतददाता है। इनमें से 46 हजार 483 पुरूष और45 हजार 401 महिला मतदाता है। 30 अक्तूबर को ये मतदाता यहां से चुनाव मैदान में उतरे तीन प्रत्याशियों का भाग्य तय कर देंगे। जुब्बल- कोटखाई में 70हजार 965 मतदाता है जिनमें से 35166 पुरूष और 35626 महिला मतदाता है। जुब्बल कोटखाई में महिला मतदाताओं की हलकी सी संख्या ज्यादा है। जुब्ब्ल कोटखाई में भजपा के बागी चेतन बरागटा समेत चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में है।
फतेहपुर विधानसभा हलके में 87 हजार 222 मतदाता है जो 30 अक्तूबर को होने वाले उप चुनाव में पांच प्रत्याशियों का भाग्य को ईवीएम में कैद कर देंगे। फतेहपुर में 43 हजार 158 पुरूष मतदाता और 42 हजार 528 महिला मतदाता है।
पालरासु ने कहा कि मंडी संसदीय हलके में पहली बार मत डालने वाले 18 से 19 साल की आयु वर्ग के 32हजार 66 मतदाता है। इनमें से 17 हजार 23 युवक और 15 हजार 53 युवतियां है।फतेहपुर विधानसभा हलके में इस आयुवर्ग के 2069, अर्की में 2564 और जुब्बल कोटखाई में 1595 मतदाता है जो 18-19 उम्र के है।
टशीगंग दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र
पालरासु ने कहा कि मंडी संसदीय हलके में कबाइली जिला लाहुल स्पिति में स्थित टशीगंग दुनिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्र है। यह समुद्र तल से 15हजार 265 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। उन्होंने कहा कि यहां पर केवल 55 मतदाता है जो 30 अक्तूबर को मतदान करेंगे।
इसके अलावा विधानसभा हलकों में जुब्बल-कोटखाई में अढैल मतदान केंद्र समुद्र तल से 8500 फुट की ऊंचाई पर है। अर्की विधानसभा हलके में पंबड़ मतदान केंद्र 6204 फुट की ऊंचाई पर है जबकि फतेहपुर विधानसभा में अगाहर 21 सौ फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं।
सबसे दूर मतदान केंद्र
पालरासु ने कहा कि मंडी संसदीय हलके में बंजार विधानसभा हलके के तहत शाक्टी मतदान केंद्र ऐसा केंद्र है जहां तक पहुंचने के लिए लिए मतदान दल को पहुंचने के 24 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। इसके अलावा जिला कांगड़ा में फतेहपुर विधानसभा हलके के तहत सथ कुठेड़ा में मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए मतदाल दल को छह किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ेगी। जिला शिमला में जुब्बल कोट खाई हलके में धानसार मतदान केंद्र तक पहुंचचने के लिए मतदान दल को छह किलोमीटर जबकि अर्की विधनसभा हलके में तीन सौ मीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ेगी।
आजाद भारत के पहले मतदाता 105 साल से ज्यादा की उम्र के श्याम सरन नेगी को जिला किन्नौर के कल्पा मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए चुनाव आायोग की ओर से विशेष इंतजाम किए जाएंगे। 1952 में हुए देश के पहले आम चुनाव से लेकर अभी तक ऐसा एक भी चुनाव नहीं गया है जिसमें श्याम सरन नेगी ने मतदान न किया हो। चाहे वह चुनाव फिर लोकसभा, विधानसभा के हो या पंचायती राज संस्थाओं के । नेगी ने हर चुनाव में मतदान किया है। पालरासु ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से नेगी को कल्पा में मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए खास तौर वाहन का इंतजाम किया जाएगा।
चुनाव आयोग की ओर से 2014 से लेकर अब तक जब मतदान केंद्र पर नेगी सरन नेगी पहुंचते है तो उनके सम्मान के लिए लाल कालीन बिछाया जा रहा है।
इस मौके पर पालरासु ने तमाम दलों के नेताओं व प्रत्याशियों से आहवान किया कि वह कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करे।अन्यथा चुनाव आयोग की ओर से कोविड नियमों की अवहेलना करने वालों को दो दिनों तक चुनाव प्रचार पर पाबंदी लगाने का प्रावधान है। इसके अलावा मामला दर्ज करने का प्रावधान है ही।
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