शिमला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुरेश कश्यप के अलावा सिरमौर से भाजपा नेता बलदेव भंडारी खेमे से रुष्ट पच्छाद से भाजपा नेता दयाल प्यारी ने चुपके से कांग्रेस में एंट्री कर दी है। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष दयाल प्यारी ने नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस मुख्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पवन बंसल व प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला के समक्ष कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई। दयाल प्यारी की कांग्रेस में एंट्री के साथ ही पच्छाद में कांग्रेस मजबूत होती नजर आ रही है।
प्रदेश भाजपाध्यक्ष सुरेश कश्यप के सांसद बन जाने के बाद दयाल प्यारी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। भाजपा ने पच्छाद से नया चेहरा रीना कश्यप को मैदान में उतारा था व उसे जीता भी दिया था। दयाल प्यारी ने भाजपा से बगावत कर दी थी और बतौर आजाद प्रत्याशी खडी हो गई थी। इसकी वजह से रीना कश्यप जयराम सरकार की ओर से पूरी ताकत लगाने के बाद भी बेहद कम अंतर से जीती थी।रीना कश्यप की जीत के बाद भाजपा में दयाल प्यारी की वापसी की संभावनाएं खत्म हो गई थी। हालांकि उप चुनाव से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और महेंद्र सिंह ठाकर ने दयाल प्यारी को भाजपा से जोड़े रखने में पूरी ताकत लगा दी थी लेकिन वह कामयाब नहीं हुए।
कांग्रेस का हाथ थामने के बाद दयाल प्यारी ने कहा कि अब वह कांग्रेस की कार्यकर्ता के तौर पर संगठन की मजबूती के लिए काम करेगी।उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा ही तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है।उन्होंने कहा कि अब वह कांग्रेस से जुड़ गई है और पूरे तन मन से प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए काम करेगी।कांग्रेस पार्टी ही देश व प्रदेश की एक ऐसी पार्टी है जिसके हाथों देश पूरी तरह सुरक्षित है और जिसने सभी वर्गों के उत्थान के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं व कार्यक्रम चलाए जिसकी बजह से आज देश व प्रदेश का सर्वांगीण विकास हुआ है।
दयाल प्यारी ने कांग्रेस पार्टी में शामिल करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राजीव शुक्ला, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का आभार जताते हुए कहा है कि इन नेताओं की प्रेरणा से कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है।
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