शिमला।प्रदेश की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी मंडी के नेरचौक में 850 करोड़ रुपए से बने इएसआईसी अस्पताल में खोली जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने ये खुलासा विधानसभा में भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज के इस इल्जाम को कि सरकार शिमला से भेदभाव कर रही हैं ,पर स्थिति स्पष्ट करते हुए किया। कौल सिंह ने कहा कि प्रदेश में चार लोकसभा हलके हैं ,केवल मंडी ही ऐसा हलका हैं जहां पर कोई यूनिवर्सिटी नहीं हैं।इसलिए केबिनेट ने ये फैसला तर्कसंगत हैं।
सदन में सदन के नेता व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व आशा कुमारी सुबह मौजूद नहीं रहे वह दोपहरबाद पौने चार बजे के करीब सदन में पहुंचे । प्रश्नकाल के दौरान मुख्यमंत्री की जगह कौल सिंह ने विधायकों के प्रश्नों के जवाब दिए।
इससे पहले बजट अनुमानों पर चर्चा में भाग लेते हुए शिमला से भाजपा विधायक सुरेश भारदवाज ने सरकार पर प्रदेश में अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगाया व कहा कि सरकार में रोजाना एक अतिरिक्त मुख्य सचिव जुड़ रहा हैं। वरिष्ठ आईएएस अफसर केंद्र में डेपुटशन में जा रहे हैं या फिर न्याय के लिए केंद्रीय ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटा रहे हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। जो लोग जवाबदेह नहीं हैं वो सरकार चला रहे हैं। वन विभाग में पीसीसीएफ के दो पद हैं वहां पर 13 पीसीसीएफ लगा दिए गए हैं।
सुरेश भारद्वाज ने धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने को शिमला से अन्याय करार दिया व कहा कि अंग्रेजों के समय यहां से पांच देशों की सरकारें चलाई जाती थी। आज इंटरनेट के जमाने में प्रदेश में दो-दो राजधानी होना प्रदेश को कर्ज के गर्त में धकेलना हैं। उन्होंने सरकार पर तंज किया कि मंत्रियों को कुछ पता ही नहीं होता । फैसलें कहीं और लिए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने राजधानी की घोषणा कर दी लेकिन परिवहन मंत्री जी एस बाली और कौल सिंह ने मीडिया से कहा कि उन्हें जानकारी नहीं हैं।
प्रदेश का कर्ज45 हजार करोड़ के करीब पहुंच गया हैं। बजट में ढांचागत पूंजीगत विकास के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया हैं। प्रदेश का जो थोड़ा बहुत विकास हो रहा हैं वो मोदी सरकार की ओर दी जा रही मदद के बदौलत हो रहा हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस निचले हिमाचल को केवल झुनझुना देती रही हैं ।ये केवल भाजपा हैं जिसने शांता कुमार व प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री बनाकर भेजा।
भारद्वाज ने कहा कि एक मंत्री के प्रेम में धर्मशाला को स्मार्ट सिटी बना दिया जबकि शिमला टॉप पर थी ।धर्मशाला न तो नगर निगम था और न ही जेएनएनआरयूएम में था लेकिन इसके नंबर दे दिए गए। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में यूनिवर्सिटी बनाने के लिए पूरा बुनियादी ढांचा हैं लेकिन मेडिकल यूनिवर्सिटी को मंडी बनाया जा रहा हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री मंडी से हैं। सुपर स्पेशियलिटी और ट्रॉमा सेंटर को भी आईजीएमसी में स्थापित नहीं किया जा रहा हैं। सुपर स्पेशियलिटी को मल्याणा में ले जाया जा रहा हैं।
कौल सिंह ने भारद्वाज को न्यौता दिया कि वो उनके साथ चलें व आईजीएमसी में जगह बता दें तो सुपर स्पेशियलिटी वहीं बना देंगे। उन्होंने सुरेश भारद्वाज पर तंज भी कसा भी कहा कि उनके वकत्वय से क्षेत्रवाद की बदबू आ रही हैं। कौल सिंह ने स्पष्ट किया कि ट्रांमा सेंटर आईजीएमसी में ही सथापित किया जा रहा हैं 56 करोड़ से ब्लॉक बनाया जा रहा हैं इसकी दो मंजिलों में ट्रॉमा सेंटर स्थापित किया जाएगा।
भाजपा विधायक ने कहा कि वो कांग्रेस का घोषणा पत्र भी साथ लाए हैं व सता में आने से पहले कांग्रेस ने बड़े बड़े वादे किए थे। लेकिन कोई पूरा नहीं हुआ। इस पर उद्योग मंत्री ने चुटकी ली व डिप्टी स्पीकर जगत सिंह नेगी से कहा कि सदस्य को कहा जाए कि कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र वापस लौटा दें।भारद्वाज ने पलटवार करते हुए कहा कि आपने इसे नीति गत दस्तावेज बनाया था।इसे वापस कैसे लौटा दें।
भारद्वाज ने कांग्रेस पार्टी की ओर से 2012 में तैयार की गई चार्जशीट का जिक्र भी किया और कहा कि सरकार ने जितने भी केस बनाए थे वो सुप्रीम कोर्ट से खत्म हो रहे। भाजपा ने भी चार्जशीट दी हैं। सरकार इसकी जांच नहीं करा रही हैं। आने वाले दिनों में देखना कौन कौन तिहाड़ पहुंचते हैं।
भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज ने आपदा प्रबंधन को लेकर भी सरकार को घेरा व कहा कि जनवरी में जब बर्फबारी हुई तो शिमला में सात दिन तक बिजली -पानी व सड़कें बंद रही। आलम ये रहा कि आपदा प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष जालंधर से बयानबाजी करते रहे तो डीसी शिमला में नहीं थे। जबकि मुख्यमंत्री कांगड़ा के दौरे पर चले गए थे।
उन्होंने शिमला नगर निगम में वामपंथी मेयर व डिप्टी मेयर पर भी तंज कसा व कहा कि वो पिछले पांच सालों से विदेशों में ही घूमते रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी में जब ऐसा हाल रहा तो प्रदेश में क्या हुआ होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता हैं।
उन्होंने सरकार में भ्रष्टाचार का मसला भी उठाया व कहा कि प्रदेश में बैकडोर एंट्री का दौर चल रहा हैं। आउटसोर्स के जरिए बैकडोर एंट्री की जा रही हैं। ये नियुक्तियां किन-किन की कपंनियों के सिफारिशों पर हो रही हैं ,इसकी जांच होनी चाहिए।
इससे पहले प्रश्नकाल में गगरेट से कांग्रेस विधायक राकेश कालिया ने अपने चुनावी हलके में विकास के लिए कम राशि देने का मसला उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक वीरेंद्र कंवर के हलके में विकास के लिए ज्यादा राशि का प्रावधान किया जा रहा हैं। उनके खिलाफ ये प्रचार किया जाता हैं कि उनकी मुख्यमंत्री से नहीं बनती हैं और भाजपा विधायक वीरेंद्र कंवर ज्यादा सक्षम हैं। राकेश कालिया ने स्पीकर से आग्रह किया कि उनके हलके को ज्यादा राशि का प्रावधान किया जाए।
भाजपा विधायक विनोद कुमार की ओर से कौशल विकास भते को लेकर पूछ प्रश्न के जवाब में उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कौशल विकास भते की योजना सौ फीसद हिमाचल सरकार ककी योजना हैं। इसमें मोदी सरकार का कोई योगदान नहीं हैं।इसके लिए सौ करोड़ रुपए बजट का प्रावधान किया हैं। 2013 में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 1 लाख 62 हजार 553 युवाओं को फायदा हुआ हैं।
भाजपा विधायक जयराम ठाकुर ने पार्वती कौल डैम ट्रांसमिशन लाइन के कारण गांव भारसी में करंट आने का मसला उठाया। उर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया ने कहा कि इस बावत विभाग ने टीम मौके पर भेजी थी व मामले को सुलझा लिया गया हैं।इस पर जयराम ठाकुर ने कहा कि मंत्री का जवाब विरोधाभास पूर्ण हैं। कई गांवों में अभी भी करंट से लोगों में दहशत हैं। उन्होंने मांग की कि विभाग की एक टीम को वहां पर दोबारा भेजा जाए। मंत्री सुजान पठानिया ने कहा कि वो मौके पर टीम भेजेंगे। व्यंग्य करते हुए उन्होंने कहा कि अगर टीम को करंट नहीं लगा तो वो टीम को वहां नहीं रख सकते हैं। नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार ने कहा कि उनके हलके के बेलीराम नामक एक व्यक्ति को एसपी व डीसी के जरिए धमकाया जा रहा हैं। ये लाइन उसके घर के उपर से जा रही हैं जबकि घर लाइन बिछने से पहले का बना हैं। उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि लोगों को वहां पर उचित मुआवजा नहीं मिल रहा हैं।
इस बावत मंत्री पठानियां ने कहा कि वो इस मामले को देखेंगे।
पुश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज ने सरकार पर इल्जाम लगाया कि वो मंत्रियों, बोर्डों ,निगमों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों व आला अफसरों के आवासों की मुरम्मत पर तिजोरी लुटा रही है जबकि तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के जर्जर आवासों पर कम पैसा खर्च कर रही हैं। इस पर कौल सिंह ने जवाब दिया कि मंत्रियों के आवास बड़े होतें हैं तो रखरखाव पर ज्यादा खर्च आता हैं। सरकार तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के हितों के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं।
उधर, बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए आईपीएच मंत्री विदया स्टोक्स ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि वो राजनीति से उपर उठ कर सरकार के साथ केंद्र सरकार के पास जाए और केंद्र से राज्य के लिए धनराशि मुहैया कराने का आग्रह करे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में अगर प्रति व्यक्ति कर्ज बढ़ा हैं तो प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी हैं। प्रदेश की विकास दर राष्ट्रीय दर से ज्यादा हैं।
उन्होंने आउटसोर्स कर्मचारियों को नीति बनाने का एलान किया हैं इससे हजारों युवाओं को लाभ मिलेगा। भाजपा की पूर्व सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि चुनावी साल में कर्मचारियों व युवाओं को झूठे आश्वासन देकर ठगा था। लेकिन कांग्रेस सरकार ऐसा नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के लिए कौल डैम से 837 करोड़ की लागत से विश्व बैंक की परियोजना से 24 घंटों जलापूर्ति की जाएगी।
कांगेस विधायक नंद लाल ने चर्चा में भाग लेते हुए सरकार की ओर से खोले पटवार खानों ,स्कूलों, उपमंडलों व बाकी संस्थानों को खोलने से जनता को लाभ पहुंचा हैं।
भाजपा विधायक बीरेंद्र कंवर ने कहा सरकार अगर जिला स्तर के अस्पतालों में अगर डाक्टर मुहैया करा दें तो छोटे स्वास्थ्य केंद्र खोलने की जरूरत नहीं हैं। बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायक गोबिंद ठाकुर ने नोटबंदी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया।उन्होंने शिक्षा विभाग में एडिशनल डायरेक्टर अमर देव को एडवाइजर शिक्षा लगाने पर सवाल उठाया व कहा कि सरकार ने बृज लाल बिंटा को जो बहुत जूनियर थे ,उन्हें डायरेक्टर का प्रभार दे दिया।
गोबिंद ठाकुर ने कहा कि रोहतांग के लिए केवल हिमाचल के ही टैक्सी आपरेटर्स की गाड़ियां जानी चाहिए ताकि उनके रोजगार को बचाया जा सके। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वो इस पर विचार करे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बजट में किसी भी तरह की दिशा देने में नाकाम रहे हैं।
कांग्रेस विधायक अजय महाजन ने कहा कि मोदी सरकार के शासन में महंगाई बढ़ी हैं। भाजपा को इसकी चिंता करनी चाहिए। प्रदेश सरकार अगर बेरोजगारी भता दे रही हैं तो भाजपा को चिंता क्यों हो रही हैं।
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