शिमला। अर्की भाजपा में फूटे विद्रोह की आग ने प्रदेश भाजपा ही नहीं भाजपा आलाकमान तक को हिला कर रख दिया है। विद्रोह की इस ज्वाला को शांत करने के लिए भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना कल चंडीगढ से अर्की के लिए रवाना हो रहे है। समझा जा रहा है कि वह भाजपा के इस विद्रोह को शांत करने की कोशिश करेंगे। कल अर्की भाजपा मंडल की बैठक है जिसके हंगामेदार रहने की संभावना है। कल की बैठक के लिए दोनों गुटों ने आरपार करने का मुड बना लिया है लेकिन अगर आलाकमान ने आंखें दिखाई तो विरोधी खेमा घुटने टेक देगा। जो भी हो अर्की उपचुनाव से पहले इस विद्रोह से कांग्रेस को जो भी लाभ मिलना था वह मिल ही गया है। हालांकि गुटबाजी वहां भी कम नहीं है पर वह सडकों पर नहीं आई हैं।
याद रहे बीती रोज दाडलाघाट में एक सामाजिक संस्था के कार्यक्रम में अर्की से भाजपा के दो बार विधायक रह चुके गोबिंद राम शर्मा और उनके साथ दूसरे भाजपाइयों ने अर्की भाजपा मंडल को ही कटघरे में खडा कर दिया था। इसके अलावा गोबिंद राम शर्मा ने कहा था कि उन्हें प्रदेश प्रभारी ने केबिनेट स्तर का कोई पद देने का वादा किया था लेकिन कहीं कुछ नहीं हुआ जबकि अर्की से 2017 के चुनावों में हारे रतन सिंह पाल को पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया । इसके अलावा उन्हें एक सरकारी अदारे का अध्यक्ष भी बना दिया गया। उन्हें कुछ नहीं बनाया तो इससे उनके समर्थक नाराज हो गए।
इस दौरान इन भाजपाइयों ने गोबिंद राम को उप चुनाव में टिकट देने की मांग कर डाली और आलाकमान को आगाह कर दिया कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह अपना प्रत्याशी खुद उतारेंगे।
उधर,गोबिंद राम विरोधी खेमे का मानना है कि इससे सीधे तौर पर कांग्रेस को फायदा होगा । इस तरह गुटबाजी व विद्रोह की वजह से यह सीट भाजपा हार जाती है तो इससे जयराम सरकार की फजीहत ही होगी। इससे पहले नगर निगम चुनावों में इसी तरह की कलह की वजह से पार्टी को नुकसान उठाना पडा है।
याद रहे यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन की वजह से खाली हुई है व हालीलाज कांग्रेस ने अभी इस सीट पर किसी को उतारना है या नहीं इस बावत फैसला नहीं लिया गया है। हालीलाज कांग्रेस की ओर से इस सीट पर वीरभद्र सिंह की पत्नी व पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह को उतारा जा सकता है। हालांकि कांग्रेस में प्रतिभा सिंह को मंडी संसदीय हलके से उपयुक्त प्रत्याशी माना जा रहा है। ऐसे में जो भी हो अगर गोबिंद राम शर्मा व उनका खेमा विद्रोह पर अडा रहता है तो इसका सीधा लाभ कांग्रेस को तो होना है।
अब कल देखना है कि भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना अर्की भाजपा के इस विद्रोह को किस तरह से शांत करते है। वह कर भी पाते है या नहीं । पार्टी कार्यालय की ओर से भेजे गए खना के कार्यक्रम के मुताबिक वह कल सुबबह 11 बजे चंडीगढ से अर्की के लिए रवाना होंगे और कल शाम को ही लौट जाएंगे।
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