शिमला। प्रदेश की बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था पर विपक्षी पार्टी भाजपा ने वीरभद्र सरकार को सदन में आज मानसून सत्र के पहले दिन बुरी रह से घेरते हुए इल्जाम लगाया कि सरकार की पुलिस हत्या के मामले को आत्महत्या करार देने का कारनामा कर रही हैं। भाजपा के हमले का असर अफसर गैलरी में बैठे डीजीपी सोमेश गोयल, गृह सचिव प्रबोध सक्सेना व बाकी अफसरों पर खूब दिखा। आखिर में मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने सरकार की ओर से मोर्चा संभाला तो सरकार की स्थिति कुछ संभली।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की सदन में मौजूदगी के बीच नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि सरकार का दायित्व होता है कि वो जान-माल और सम्मान की रक्षा करे। सरकार इसमें बुरी से असफल रही हैं। इसलिए प्रश्नकाल के बजाय इस मसले पर चर्चा करने की इजाजत दी जाए। भाजपा सदस्यों की मांग का पक्ष लेते हुए धूमल ने कहा कि इससे बड़ा प्रश्न क्या हो सकता है कि इस सरकार के शासन में न तो जान सुरक्षित हैं न माल सुरक्षित। यहीं नहीं नाबालिग बच्चियों की इज्जत सुरक्षित नहीं हैं।
भाजपा सदस्यों ने अपरोक्ष रूप से शिमला के पूर्व एसपी व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेहद करीबी अफसर को भी निशाने पर लिया और कहा कि इस एसपी को सस्पेंड नहीं किया गया।
भाजपा ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया । स्पीकर बृज बिहारी बुटेल ने नियमों का हवाला दिया तो भाजपा विधायक राजीव बिंदल ने पलटवार कर दिया व कहा कि हत्या को आत्महत्या बोलते हो तब कोई नियम नहीं हैं,यहां चर्चा के लिए नियम की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि सोलन में एक युवती का उसके घर में घुस कर कत्ल कर दिया । एक युवक को गोली मार दी। इसी तरह जयराम ठाकुर ने भी कहा कि उनके हल्के में हत्या के मामले को आत्महत्या बताकर निपटा दिया।
प्रश्न काल शुरू होने से पहले ही चीफ व्हीप सुरेश भारद्वाज ने गुडिया के गैंगरेप व मर्डर का मामला उठाते हुए प्रश्नकाल को स्थगित करने की मांग की व कहा कि कोटखाई में नाबालिग कन्या से गैंगरेप के बाद मर्डर हो गया। आरोपियों की तस्वीरें मुख्यमंत्री के टिवटर हैंडल पर जारी हो जाती हैं। आरोपी की पुलिस कस्टडी में हत्या हो जाती हैं।डीजीपी व आईजीपी केस को हल करने का दावा करते हैं लेकिन बाद में मामला सीबीआई को चला जाता हैं।
स्थिति को बेकाबू होता देख संसदीय कार्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मामले के सब ज्यूडिशियल होने की आड़ लेने की कोशिश की व कहा कि मामला सब ज्यूडिशियस हैं। इस का भाजपा विधायकों ने जमकर विरोध किया तो मुकेश अग्निहोत्री की आवाज विरोध के बीच दब गई।
भाजपा विधायक रविंद्र रवि शिमला के पूर्व एसपी पर अपरोक्ष हमला बोला व कहा कि एसपी को बदला नहीं गया।एसपी को सस्पेंड नहीं किया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि ये सब शिमला में ही क्यों हो रहा हैं। रोहड़ू में छेड़छाड़ से रोकने की कोशिश की गई तो दो लोगों का मर्डर कर दिया गया।
रविंद रवि ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर संगीन इल्जाम लगाया कि वो आरोपियों व लाडले अफसरों को बचाने की कोशिश करते हैं।
इस बीच मुकेश अग्निहोत्री ने फिर से दखल देने की कोशिश की व कहा कि भाजपा सदस्य किस नियम के तहत सदन में बोल रहे हैं।
स्पीकर बृज बिहारी बुटेल ने भी स्थिति को संभालने की कोशिश की व कहा कि उन्होंने सूचना सरकार को भेज दी हैं व रिपोर्ट आने के बाद इस पर चर्चा कराई जाएगी।
इस पर भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि चार ही दिन का तो सेशन हैं।
स्पीकर बुटेल ने कहा कि मामला सीबीआई को भेजा गया हैं व जांव हो रही हैं।
सुरेश भारद्वाज फिर उठे व बोले कि हत्या को आत्महत्या बता रहे हें पुलिस वाले। इस बीच बिंदल बोले, सोलन में 16 साल की लड़की को घर में घुसकर मार डाला। दो ब्लाइंड मर्डर हो गए।जयराम ठाकुर भी बोले उनके हलके में भी मर्डर हो गया।
जब स्पीकर व सरकार की ओर से चर्चा को लेकर कोई सीधा जवाब नहीं आया तो धूमल उठे। उन्होंने कहा कि ठियोग में लाश मिली, चंबा में ब्लात्कार हुआ। कुल्लू में नन्हीं बच्चियों के साथ ब्लात्कार हो गया। उन्होंने स्पीकर से कहा कि अपनी आत्मा हत्या को झिंझोड़िए। ये आखिरी सत्र हैं।
यही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार भी चाहेगी कि जनता के बीच सही पक्ष जाएं।गलती को सुधारा जाए।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं आपके शासन में भी हुई हैं। भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने तुरंत पलटवार किया व कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ।यही नहीं भाजपा विधायकों ने ये भी कहा कि एक आरएम कार में आता हैं। चिटटा पकड़ा जाता हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह जिनके पास गृह विभाग भी हैं, वो खामोश रहें। सरकार की बुरी हालत देख राजस्व ,स्वास्थ्य व कानून मंत्री कौल सिंह ने मोर्चा संभाला व कहा कि सरकार चर्चा से नहीं घबराती हैं। नियम के तहत चर्चा होगी व सरकार एक -एक घटना का जवाब देंगी। आपके वक्त जो जो हुआ हैं उसका भी जवाब देंगे। जो दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।
कौल सिंह के दखल के बाद सरकार की स्थिति कुछ संभली।
इसके बाद धूमल ने कहा सदन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया जाए व चैंबर में कोई फैसला ले लिया जाए। उन्होंने स्पीकर से कहा कि सरकार जवाब थोड़े ही देगी। हम सवाल करेंगे।
स्पीकर ने कहा कि सरकार तो जवाब के लिए तैयार हैं। इस पर धूमल ने कहा कि सरकार जवाब देने के लिए तैयार हैं व हम पूछने के लिए तैयार हैं तो चर्चा करा दी जाए।
इस बीच कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि धूमल का सुझाव ठीक हैं चैंबर में बात कर लेते हैं। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग हैं,वो जवाब देंगे। चर्चा सदन में कर लीजिए।
सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। जब दोबारा सदन शुरू हुआ तो स्पीकर ने कार्यवाही शुरू कर दी। इस पर भाजपा विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी कार्यवाही चलती रही तो बीजेपी विधायक वेल में आ गए । एक समय भाजपा विधायकों ने बिजली मंत्री सुजान सिंह पठानिया का माइक पकड़ लिया और माइक पर जोर जोर से नारेबाजी शुरू कर दी। असहज पठानिया ने भी माइक पकड़े रखा व इसी तरह उन्होंने दस्तावेज पटल पर रखे।
स्थिति हंगामे पूर्ण देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।
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