शिमला।पीपीई किट और अन्य उपकरणों की खरीद घोटाले में स्वास्थ्य विभाग के निलंबित निदेशक अजय कुमार गुप्ता को पांच लाख की कथित रिश्वत देने की बातचीत की आडियो रिकार्डिंग करने वाले व पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल के करीबी पृथ्वी सिंह को आखिरकार जयराम सरकार की विजीलेंस ने बीती रात को गिरफ्तार कर ही लिया ।अदालत ने उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है ।
मुख्यमंत्री कार्यालय कार्यालय के कुछ पदाधिकारी पृथ्वी सिंह को व्हीस्लब्लोअर साबित करने में जुटे हुए थे लेकिन भारी दबाव व सरकार की फजीहत होने के बाद विजीलेंस ने उसे बीती रात को साढ़े ग्यारह बजे के करीब गिरफ्तार कर लिया। उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
एसपी विजीलेंस शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि पृथ्वी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनयम की धारा आठ के तहत मामला दर्ज किया गया है।पीपीइ् खरीद रिश्वत कांड में ये दूसरी गिरफतारी है।
विजीलेंस ने आज सांय पृथ्वी सिंह को विशेष जज वन अरविंद मल्होत्रा की अदालत में पेश किया व पांच दिन का पुलिस रिमांड मांगा। विजीलेंस की ओर से कहा गया कि उसे कई कुछ रिकवर करना है। अदालत ने पृथ्वी सिंह को विजीलेंस के आग्रह पर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
अब उससे पूछताछ की जाएगी व समझा जा रहा है कि पूछताछ में वह कई राज उगलेगा।
इस रिश्वत कांड में विजीलेंस ने पहले स्वास्थ्य विभाग के निलंबित निदेशक अजय कुमार गुप्ता को गिरफ््तार किया था व उसे भी पांच दिन का पुलिस रिमांड दिया गया था। बाद में विजीलेंस रिश्वत को लेकर पृथ्वी सिंह की ओर से रिकार्ड की गई अपनी व गुप्ता की बातचीत की वायरल आडियो के अलावा और कोई सबूत अदालत में पेश नहीं कर पाई थी।
अदालत ने तब गुप्ता को जमानत दे दी थी। तब विजीलेंस ने पृथ्वी सिंह को गिरफ्तार नहीं किया था । उसका मोबाइल फारेसिंक लैब जुन्गा में जांच के लिए भेजा गया था।
पृथ्वी सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है।
भाजपा के हटाए गए अध्यक्ष राजीव बिंदल के करीबी पृथ्वी सिंह की गिरफ्तारी के अब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य लोगों पर भी गाज गिरने की संभावना है। इस आडियो क्लिप के बाहर आने के बाद राजीव बिंदल को आलाकमान के आदेश पर अपने पद से इस्तीफा देना पडा था।पृथ्वी सिंह पहले बिंदल की बेटी व दामाद के अपेक्स डायग्नोस्टिक सेंटर में काम करता था लेकिन बाद में उसने इस सेंटर से नाता तोड़ लिया था।
याद रहे स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री जयराम राम ठाकुर के अधीन है व वह लगातार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष की ओर से जांच होने तक मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा जा रहा है।
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