शिमला। आगामी लोकसभा चुनावों से पहले 28 जनवरी को होने वाले हमीरपुर संसदीय हलके के पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में पार्टी के राष्टÑीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी का इंतजाम कर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व उनके पुत्र भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने अपना शक्ति प्रदर्शन करना शुरू कर दिया हैं।
लोकसभा के चार हलकों में से मंडी व सोलन में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन हो चुके हैं। भाजपा ने 23 दिसंबर को शिमला संसदीय हलके के सोलन में आयोजित हुए सम्मेलन में अमित शाह के आने का प्रचार जोरो पर किया था। लेकिन तीन राज्यों में भाजपा की सरकारें उखड़ जाने के बाद अमित शाह तो क्या केंद्र से कोई और बड़ा नेता भी इस कार्यक्रम में हाजिर नहीं हुआ। भाजपाइयों ने आखिर में नितिन गडकरी को मनाने की पूरी कोशिश की। लेकिन वह विफल रहे। वहां भाजपा ने फिर केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नडडा को बुलाकर काम चलाया था।
पार्टी की ओर से मीडिया प्रभारी करण नंदा ने कहा कि अमित शाह की ओर से 28 जनवरी को हमीरपुर संसदीय हलके के पन्ना प्रमुखें के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए हरी झंडी मिल गई हैं।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि 12 जनवरी को दिल्ली में होने वाली कार्यकारिणी की बैठक के बाद हमीरपुर में यह सम्मेलन कहां करना हैं, इस बावत फैसला किया जाएगा। अभी स्थल का चयन नहीं किया गया हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के विधानसभा चुनावों में सुजानपुर से हार जाने के बाद यह पहला मौके है जब धूमल व अनुराग के अलावा उनके खेमे को अपनी ताकत का इजहार करने का मौका मिल रहा हैं। समझा जा रहा है कि इस सम्मेलन में जुटने वाली पन्ना प्रमुखों की भीड़ से तय हो जाएगा कि धूमल परिवार का हमीरपुर संसदीय हलके में अभी भी दबदबा कायम हैं या सुजानपुर विधानसभा हलके से धूमल केहार जाने के बाद उनकी सियासी जमीन खिसक गई हैं।
अब तक धूमल व उनके खेमे को जयराम ठाकुर सरकार के अलावा केंद्रीय मत्री जगत प्रकाश नडडा , शांता कुमार ,आरएसएस और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अलग-थलग करने में पूरी ताकत लगाई हुई हैं। ऐसे में धूमल व अनुराग के लिए यह सम्मेलन बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस सम्मेलन के लिए अमित शाह के आने की हरी झंडी मिलने पर धूमल व अनुराग ने पहला पड़ाव पूरा कर लिया हैं। अब से लेकर 28 जनवरी तक सम्मेलन को सफल बनाने के लिए धूमल परिवार के अलावा बाकी धड़े क्या करते हैं, इसका भी इल्म हो जाएगा।
इसके बाद शांता के गृह संसदीय हलके कांगड़ा में चौथा पन्ना प्रमुख सम्मेलन होना हैं।
(2)