सुंदरनगर/शिमला।लाल किले की प्राचीर से तिरंगा लहराने का सपना पाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की हिमाचल इकाई की गुटबाजी व हर स्तर पर नेतृत्व की अक्षमता का भंडा मंगलवार को सुंदरनगर में पार्टी के राष्ट्रीय नेता संजय सिंह के सामने बुरी तरह से फूट गया।पार्टी की अक्षमता व गुटबाजी को सामने लाने की तरकीब भी खुद संजय सिंह ने ही निकाली।ऐसे में पार्टी के प्रदेश संयोजक व पीएसी के सदस्य बगले झांकते रहे। जबकि सुशांत विरोधी गुट अपनी जीत पर मुस्कराता रहा।आखिर में संजय सिंह ने एलान कर दिया कि जो पार्टी के लिए ईमानदारी से काम नहीं कर सकते वो अपने पदों को छोड़ सकते है। यही ही नहीं पार्टी की बदहाल स्िथति को देखते हुए संजय ने सिंह ने काम का जायजा लेते हुए कहा कि ‘’आप लोगों ने पार्टी का मजाक बना कर रख दिया है।ऐसे नहीं चलेगा।‘’
आलम ये रहा कि कई विधानसभा हलकों के संयोजक ही नहीं आए। कई संयोजकों ने कहा कि उनके हलके से आम आदमी पार्टी में कोई आने को तैयार ही नहीं है।जाहिर सी बात है कि संजय सिंह व आम आदमी पार्टी की इससे बड़ी फजीहत और कुछ नहीं हो सकती थी।
पार्टी में गुटबाजी है इसका खुलासा पार्टी के संयोजक राजन सुशांत ने सरेआम खुद किया और किया कहा कि पार्टी में कुछ लोग है जो पार्टी में गुटबाजी कर पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रहे है। उनकी शिकायतें दिल्ली भेजते हैं और जमीन स्तर पर कुछ नहीं कर रहे है। उन्होंने एलान भी कर दिया कि जो लोग काम नहीं कर रहे हें उन्हें बदला जाएगा। गुटबाजी के करतब सुंदरनगर के इस सम्मेलन में भी खूब दिखाए गए। इससे पहले उना में आम आदमी पार्टी की फ्लाप रैली हो चुकी है।इस रैली में सांसद भगवंत मान आए थे। बावजूद इसके पार्टी नेतृत्व ने कोई सबक नहीं सीखा। कायदे से आलाकमान को कार्रवाई तभी कर देनी चाहिए थी।पंजाब में मेगा जीत की उम्मीदें पाले आलाकमान को अब इस जीत से होने वाले करिश्में का इंतजार है।
बूथ स्तर के प्रभारियों के सम्मेलन में मंगलवार को सुंदरनगर पहुंचे आप नेता संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा,मुसीबतें झेलनी पड़ेगी। उन्होंने दो टूक कहा ‘’ अगर आप कठिनाइयों का सामना नहीं कर सकते तो आम आदमी पार्टीआपके लिए ठीक पार्टी नहीं हैं। मन तैयार नहीं तो पुनविर्चार कर लें। संगठन का पद दूसरे के लिए छोड़ दें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप पार्टी को धोखा दे रहे हैं,खुद को धोखा दे रहें हो और हिमाचल को धोखा दे रहे हैं। पार्टी हिमाचल को वीरभद्र सिंह व धूमल के भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहती है। उद्योगपतियों के हाथों हिमाचल न बिके इसके लिए काम करना चाहती है।
रिपोर्टर्स आइ डॉट कॉम की ओर से ये पूछे जाने पर कि जिस तरह की पार्टी परफार्मेंस सामने आई हैं क्या आम आदमी पार्टी प्रदेश इकाई में कोई बदलाव करेगी, संजय सिंह ने कहा कि ये राज्य इकाई का मामला है। वहीं फैसला करेगी। ऐसी सिथति आप प्रदेश के 2017 के चुनाव लड़ेगी,उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी जीतने के लिए चुनाव लड़ेगी और हिमाचल में सरकार बनाएगी।हालांकि ये अजीब जवाब थे। जो कम से कम से आम आदमी पार्टी जैसी पार्टी से अपेक्षित नहीं किए जा सकते।लेकिन संजय सिंह ने मीडिया से ऐसा ही कुछ कहा।याद रहे कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों कहा था पार्टी वहीं चुनाव लड़ेगी जहां जीतने की संभावना होगी।
उधर, बूथ स्तर के प्रभारियों के इस सम्मेलन में नेतृत्व क्षमता का संकट हर स्तर पर नजर आया।पार्टी ने 17 मार्च को हुई अपने बैठक में हिमाचल के सभी विधानसभा हल्कों के तीस प्रतिशत बूथों पर प्रभारी व सह प्रभारियों को तैनात करने का टारगेट रखा था ।इस सबकी मंगलवार को समीक्षा हुई।सम्मेलन में हर विधानसभा हलकों के तीस प्रतिशत बूथों के प्रभारियों व सह-प्रभारियो को शामिल होना था। बैठक में आते ही संजय सिंह काम पर लग गए और जैसे-जैसे आगे बढ़ते गए। पार्टी व उसके नेताओं का भंडा फूटता गया।
संजय सिंह ने सबसे पहले फतेहपुर विधानसभा हलके का नाम पुकारा।यहां पर 104 बूथ हैं।15 लोग भी नहीं आए थे। टारगेट पूरा नहीं किया गया था। 104 बूथ वाले इंदौरा से केवल चार –पांच कार्यकर्ता आए थे।संजय सिंह ने कहा कि आप लोगों ने बैठक को गंभीरता से नहीं लिया। 101 के करीब बूथों वाले नूरपूर विधानसभा हलके के प्रभारी सतपाल संधू ने कहा कि यहां पर 15 -16 लोग आएं हैं।पांडाल में बैठे कार्यकर्ताओं की ओर मुड़ते हुए संजय सिंह ने कहा कि जो लोग नूरपूर से आए हें वो खड़े हो जाए। चार से छह लोग खड़े हुए।संजय सिंह ने फिर टिप्पणी की ‘’गंभीरता से काम नहीं किया,चलेगा नहीं।
98 बूथों वाले ज्वाली हलके से कुल दो लोग आए थे।इस मौके पर हलका प्रभारी राजेंद्र सिंह बहस करने लगे तो संजय सिंह ने टिप्पणी कर दी कि ‘’मुझे ट्रैनिंग क्यों दे रहे हो। आप लोगों ने इस पार्टी को तमाशा बना दिया है।‘’शाहपुर से कोई बूथ प्रभारी नहीं आया।यहां के संयोजक महेश ने बताया कि कोई बूथ प्रभारी बनने को तैयार ही नहीं है।इसी तरह धर्मशाला से भी कोई नहीं आया।महेश ने कहा कि कोई आने को तैयार ही नहीं है। इस पर संजय सिंह ने फिर कहा कि मजाक बना दिया है पार्टी को।
इसके बाद कांगड़ा का नाम पुकारा। इस बीच संजय सिंह ने राजन सुशांत से कहा कि’’ राजन जी कैसे काम चलेगा।
नगरोटा बगवां से कोई नहीं आया । यहां बताया गया कि कांग्रेस पार्टी के तेज तर्रार नेता व परिवहन मंत्री गुरमुख सिंह बाली के सामने कोई खड़ा होने को तैयार ही नहीं है।
इसी तरह सुलह से 10 लोग आए हुए थे ।सम्मेलन में बताया गया कि कोई बनने को तैयार ही नहीं है।
संजय सिंह के चेहरे पर हल्की सी खुशी पालमपुर हलके से आए बूथ प्रभारियों को देख कर झलकी। 86 बूथों वाले इस हलके के प्रभारी सुंदर लाल ने कहा कि 38 बूथों प्रभारी तैनात कर दिए है। 25 आएं है। संजय सिंहने कहा कि इस हलके में लक्ष्य पूरा कर लिया।105 बूथों वाले बैजनाथ हलकों में भी लक्ष्य पूरा कर लिया गया था । प्रभारी सुशील कुमार 51 बूथों का काम पूरा हो चुका है। 46 लोग आएं है। संजय सिंह ने एक एक की गिनती की। पहले उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा था।
लेकन अगले ही पल उन्हें निराशा मिली। जयसिंह पुर से कुल 5-6 लोग आएं थे। यहां पर 109बूथ है। संजय सिंह ने कहा कि ऐसे काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि संगठन के काम में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।देहरा से आठ ही लोग आएं हुए थे।ज्वालामुखीके संयोजक ही नहीं आए थे।इसी तरह जस्वां परागपुर का संयोजक भी नहीं पहुंचा।यहां से न संयोजक न बूथ प्रभारी इस सममेलन में आएं । संजय सिंह ने कहा कि मजाक बना रखा है आप लोगों ने।संजय सिंह ने कहा कि अगर काम नहीं हो रहा तो मना कर दीजिए।
चंबा जिला में भी आप का बुरा हाल नजर आया। चंबा विधानसभा हलके से चार लोग आए। चुराह से कोई नहीं आया। डलहौजी व भरमौर से दो-दो लोग आए हुए थे। भटियात से भी कोई नहीं था।
भरमौर से आए देशराज शर्मा ने कहा कि उनका इलाका यहां 450 किमी दूर है। एक व्यक्ति का हजार रुपए खर्चा आता है।ऐसे में लोग आ नहीं सकते। 35 बूथों पर प्रभारी बना दिए है।
सरकाघाट के 107 में 13 बूथों पर ही प्रभार बने ।यहां के प्रभारी देवी सिंह बोले,इन दिनों खेती बाड़ी का काम चल रहा है।धर्मपुर (मंडी) के संयोजक नासिक गए हुए थे।103 बूथों वाले इस हलके से तीन लोग आए थे।करसोग को लेकर दावाकिया गया कि 100 बूथों में से 60 पर प्रभारी बना लिए है।सिराज व मंडी से भी कम ही लोग आए।
दिलचस्प पल तब आए जब सुंदरनगर का नाम पुकारा गया। दावा किया गया कि 50 बूथों पर तैनाती हो गई है। पांडाल में 25 लोग भी नहीं थी। संजय सिंह ने सूची देखी तो उसमें 28 लोगों के नाम दे रखे थे। नाचन ,बल्ह, मंडी,द्रंग,बजार कुल्लू, मनाली में कहीं से पांच कहीं से दा तो कहीं से कोई भी नहीं आया था।
शिमला अर्बन 27, शिमला ग्रामीण से 25 कसुम्प्टी से 11 ठियोग से 6जुब्बल कोटखाई से छह लोग शामिल हुए। जबकि रोहड़ू,चौपाल,रामपुर,आनी,किन्नौर, कसौली,दून अर्की विधानसभा हलकों से कोई भी नहीं आया था। नालागढ़ से जरूर 50 लोग आएं थे1 नाहन से 7, रेणुका से 3 पांवटा से 6,पच्छाद से 6 व शिलाई से 1 व्यक्ति पहुंचा था।बिलासपुर, नैनादेवी,झंडुता से सिथति कुछ संतोषजनक नजर आई। लेकिन घुमारवीं से दो ही लोग आएं हुए थे।नादौन,बड़सर,भौरंज से कोई नहीं आया। हमीरपुर के सात बूथों व सुजानपुर के पांच बूथोंं पर तैनाती का दावा हुआ।उना ,चिंतपूर्णी,कुटलेहड़ में पार्टी की स्थिति विकट है। जबकि हरोली से 26 लोग आए थे। गगरेट में 30 बूथों पर प्रभारियों की तैनातियां कर देने का दावा किया गया।
साफ है कि गुटबाजी में फंसी आम आदमी पार्टी की स्थिति प्रदेश में विकट है और सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में हल्ला मचाया जा रहा है कि 2017 में प्रदेश में पार्टी की सरकार बन जाएगी व वीरभद्र सिंह व धूमल जेल के भीतर होंगे। लेकिन जो सुंदरनगर के सम्मेलन मे सामने आया अगर आम आदमी पार्टी की यही ताकत है तो वीरभद्र सिंह,कांग्रेस पार्टी व धूमल व भाजपा के बड़े बड़े दिग्गजों को किस तरह हरााएंगे ये अंदाजा लगाया जा सकत है। मीडिया से संजय सिंह ने कहा कि पंजाब में अगर सारी सीटेंं भी आम आदमी जीत जांए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।इससे लोगों में उर्जा आएगी वो इसका सबसे ज्यादा फायदा हिमाचल को मिलेगा। लेकिन ऐसा हो ही ये जरूरी नहीं है। ये संजय सिंह भी जानते है।किसी राज्य के चुनावोंं की सफलता दूसरे राज्यों में फायदा नहीं पहुंचा सकती। हरेक राज्य को अपनी ताकत जीताती व हराती है।
इस मौके पर राजन सुशांत ने पार्टी की ताकत दिखाने के लिए रैली भी निकाली।यहां देखें रैली की कुछ तस्वीरें-:
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